नई दिल्ली/दि.10– अजीत पवार गुट व्दारा प्रस्तुत किए गए 8 हजार 900 प्रतीज्ञापत्रों में 24 तरह से जालसाजी की गई है. 20 हजार गलत प्रतीज्ञापत्र प्रस्तुत किए गए हैं. अनेक प्रतीज्ञापत्र मृत और नाबालिगों के हैं. इसमें अस्तित्व में न रहे पदों का उल्लेख है, ऐसा गंभीर आरोप राष्ट्रवादी कांग्रेस शरद पवार गुट ने गुरुवार को चुनाव आयोग के सामने किया.
ऐसे प्रकार को लेकर भारतीय दंड विधान के तहत अजीत पवार गुट पर कार्रवाई करने की मांग किए जाने की जानकारी वरिष्ठ विधितज्ञ अभिषेक मनू सिंघवी ने दी है. राकांपा में फूट पर आयोग के सामने 20 नवंबर से लगातार सुनवाई होने वाली है. गुरुवार को दोनों गुट की तरफ से डेढ घंटे युक्तिवाद होने पर आयोग ने यह निर्णय घोषित किया. शुरुआत की 2 तारीख पर अजीत पवार गुट की तरफ से युक्तिवाद हुआ था.