मध्यप्रदेश के धार्मिक स्थल पर शराबबंदी
मुख्यमंत्री की घोषणा, 17 स्थल पर्यटन केंद्र के रुप में विकसित किए जाएंगे
नरसिंहपुर/दि. 25– प्रभु श्रीराम और श्रीकृष्ण के चरणस्पर्श से पावन हुए मध्यप्रदेश के 17 धार्मिक स्थल पर पूरी तरह शराबबंदी करने का निर्णय मध्यप्रदेश सरकार ने लिया है. गत वर्ष मुख्यमंत्री मोहन यादव ने श्रीराम और श्रीकृष्ण से जुडे धार्मिक स्थलों का विकास करने की घोषणा की थी.
मुख्यमंत्री ने शराबबंदी की घोषणा नरसिंहपुर की एक सार्वजनिक सभा में की. राज्य के धार्मिक स्थलों को पर्यटन केंद्र के रुप में विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है. जहां पूरी तरह शराबबंदी रहेगी, ऐसा यादव ने कहा. राज्य में 17 धार्मिक शहर है. यहां शराब बिक्री नहीं की जाएगी. इन स्थलों पर शराब की बिक्री और खरीदी करना कानूनन अपराध रहेगा और कानून का उल्लंघन करनेवालो के खिलाफ कडी कार्रवाई की जानेवाली है. इतना ही नहीं बल्कि संपूर्ण राज्य शराबबंदी की तरफ आगे बढनेवाला है. इसके पूर्व मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मंत्रिमंडल के साथ नर्मदा नदी के तट पर पूजा करते हुए राज्य के विकास की मनोकामना की. मुख्यमंत्री ने कहा कि, राज्य की परंपरा को कायम रखने के लिए सरकार की तरफ से प्रयास किए जा रहे है. इसके मुताबिक अहिल्यादेवी की 300 वीं जयंती निमित्त संपूर्ण राज्य में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है. इस वर्ष का दशहरा भी उन्हें समर्पित किया जानेवाला है. इंदौर में शस्त्र पूजन किया जानेवाला है. अहिल्यादेवी के मायके के सदस्य भी कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे.
* शराब की लत समाज के लिए खतरे की घंटी
शराब की लत समाज के लिए खतरे की घंटी है और परिवार सडकों पर आता है. शराब सेवन के कारण निर्माण होनेवाली समस्या को देखते हुए राज्य के 17 शहर में शराबबंदी करने का निर्णय लिया गया है. इस निर्णय के कारण केवल धार्मिक नगरी की पवित्रता को कायम नहीं रखा जाएगा, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव भी होगा.
– मोहन यादव, मुख्यमंत्री.
* शराबबंदी लागू किए स्थल
– चित्रकुट : श्रीराम के वनवास का स्थल.
– मैहर : माता शारदा मंदिर.
– दतीया : पितांबरा माता मंदिर.
– सलकनपुर : देवी मंदिर.
– ओरछा : रामराजा मंदिर.
– ओंकारेश्वर : ज्योर्तिलिंग मंदिर.
– उज्जैन : महाकालेश्वर मंदिर.
– अमरकंटक : नर्मदा नदी का उगम स्थान.
– मंडला : नर्मदा का घाट.
– महेश्वर : प्राचीन मंदिर.
– मुलताई : तापी नदी का उगमस्थान.
– जबलपुर : नर्मदा नदी के घाट के लिए विख्यात.
– नलखेडा : माता बगुलामुखी मंदिर.
– मंदसौर : पशुपतिनाथ मंदिर.
– बरमान घाट व मंडलेश्वर : नर्मदा नदी का घाट.
– पन्ना : जुगलकिशोर भगवान मंदिर.
– भोजपुर : महादेव का प्राचीन मंदिर.