सभी राज्यों को बिना किसी परेशानी के मिले ऑक्सीजन
जमाखोरी करने वालों के खिलाफ हो कड़ी कार्रवाई-प्रधानमंत्री
नई दिल्ली/दि.२२ – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को देशभर में ऑक्सीजन की आपूर्ति की समीक्षा करने और इसकी उपलब्धता को बढ़ाने के तरीकों और साधनों पर चर्चा करने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. इस दौरान अधिकारियों ने उन्हें पिछले कुछ हफ्तों में ऑक्सीजन की आपूर्ति में सुधार के प्रयासों पर जानकारी दी.
प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से जारी एक बयान के मुताबिक बैठक के दौरान पीएम ने कई पहलुओं पर तेजी से काम करने की आवश्यकता के बारे में बात की, जिसमें ऑक्सीजन का उत्पादन बढ़ाना, वितरण की गति बढ़ाना और स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए ऑक्सीजन का समर्थन प्रदान करने के लिए परिवर्तनात्मक तरीकों का उपयोग करना शामिल है. प्रधानमंत्री को बताया गया कि ऑक्सीजन की मांग और उसके अनुसार पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए राज्यों के साथ समन्वय में एक विस्तृत अभ्यास किया जा रहा है. प्रधानमंत्री को जानकारी दी गई कि राज्यों को ऑक्सीजन की आपूर्ति कैसे लगातार बढ़ रही है. साथ ही बताया कि 20 राज्यों की ओर से प्रतिदिन 6785 मीट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की वर्तमान मांग के मुकाबले 21 अप्रैल से उन्हें 6822 मीट्रिक टन प्रतिदिन आवंटित की जा रही है. इसके अलावा प्रधानमंत्री को बताया गया कि पिछले कुछ दिनों में, निजी और सार्वजनिक इस्पात संयंत्रों, उद्योगों, ऑक्सीजन निर्माताओं के योगदान के साथ-साथ गैर-आवश्यक के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति के माध्यम से लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता में लगभग 3,300 मीट्रिक टन / दिन की वृद्धि हुई है. अधिकारियों ने पीएम को बताया किया कि वो जल्द से जल्द स्वीकृत पीएसए ऑक्सीजन संयंत्रों के संचालन के लिए राज्यों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. पीएम ने अधिकारियों को ये सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिया कि विभिन्न राज्यों में ऑक्सीजन की आपूर्ति निर्बाध तरीके से हो. उन्होंने मंत्रालयों को ऑक्सीजन के उत्पादन और आपूर्ति को बढ़ाने के लिए अलग-अलग नए तरीकों का पता लगाने के लिए भी कहा. इसके अलावा प्रधानमंत्री ने राज्यों से ऑक्सीजन की जमाखोरी करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने को कहा है.