नई दिल्ली/ दि.७ – देश में कोरोना की दूसरी लहर की शुरूआत हो गई है. कोरोना पॉजिटीव की संख्या तेजी से बढ़ रही है. इस पृष्ठभूमि पर १८ वर्ष से ऊपर सभी को लस देने की अनुमति दी जाए. ऐसी आशा की मांग को लेकर इंडियन मेडिकल असोसिएशन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है.
हाल ही में ४५ वर्ष से ऊपर के नागरिक सभी को लस दी जा रही है. लेकिन कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखकर लसीकरण अभियान तेजी से चलाया जाना चाहिए. १८ वर्ष से ऊपर के सभी नागरिको को लस दी जाए. उसी प्रकार निजी अस्पतालों को भी लसीकरण की अनुमति दी जाए. ऐसी मांग हम इस पत्र द्वारा कर रहे है. ऐसा आयएमए ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में दर्ज किया है. सभी को लसीकरण प्रमाणपत्र बताना अनिवार्य करे. ऐसा भी पत्र में सूचित किया गया है. सिनेमा कला, क्रीडा, सामाजिक और धार्मिक क्षेत्र में तत्काल कार्रवाई कर कोरोना का बढ़ता प्रभाव रोका जाए व संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ा जाए. इसके लिए कठोर उपाय योजना की जाए, ऐसा भी आयएमए ने पत्र में कहा है.
-
अगस्त तक दिखाई देगा लस का प्रभाव
एम्स के पूर्व संचालक डॉ.एम.सी. मिश्रा ने बताया कि देश में अभी तक लगभग ७ करोड़ लोगों को लस दी गई है. इसमें लस के दो डोस बहुत ही कम लोगों को दिए गये है. जुलाई अगस्त महिने तक अधिक संख्या में लोगों को लस दी जायेगी. एम्स के कम्युनिटी मेडिसिन के प्राध्यापक डॉ. संजय राय ने बताया कि देश मे फिलहाल प्रत्येक १०० लोगों में से लगभग ५ लोगों को ही कोराना की लस दी गई.
अमेरिका में हुए संशोधन के अनुसार मास्क के उपयोग के कारण संक्रमण की दर में बड़ी संख्या में घट हुई है. जिस जगह पर होटल और रेस्टॉरेंट में कर्मचारियों की ओर से मास्क का उपयोग नहीं हुआ. उस जगह पर एक लाख लोगों में से ६४३ लोगों को कोरोना का संक्रमण हुआ.