सर्वोच्च न्यायालय में 3 न्यायाधिशो की नियुक्ति
मुंबई हाइकोर्ट के न्या. अतुल चांदूरकर का समावेश

*देश के सात विधितज्ञ बने न्यायाधिश
*सचिन देशमुख मुबई उच्च न्यायालय के न्यायाधिश
नई दिल्ली/दि.27– सर्वोच्च न्यायालय के कॉलेजियम ने सोमवार को तीन न्यायाधिशो के नाम की सुप्रिम कोर्ट में न्यायाधिश के तौर पर नियुक्ति के लिए सिफारीश की है.जिसमें मुबई हाइकोर्ट के न्या. अतुल चांदूरकर सहित कर्नाटक उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधिश एन.व्ही. अंजारीया, गोहाटी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधिश विजय बिश्नोई का समावेश है.
सर्वोच्च न्यायालय के पुर्व मुख्य न्यायाधिश संजीव खंन्ना, न्या. अभय ओक तथा न्या. ऋषिकेश रॉय की सेवानिवृती के बाद रिक्त हुए पदो के लिए सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधिश भूषण गवई की अध्यक्षा में पाच सदस्यी कॉलेजियम ने सिफारीश कि है. न्या. बेला त्रिवेदी 9 जुन को सेवानिवृत हो रहे है. सर्वोच्च न्यायालय में कुल न्यायाधिशो की मंजूर संख्या 34 है. वर्तमान में 31 न्यायाधिश कार्यरत है.
केंद्र सरकार ने सोमवार को सात विधितज्ञो की उच्च न्यायालय में न्यायाधिश के तौर पर नियुक्ति की जिसमें एक महिला विधितज्ञ का भी समावेश है. मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय में दीपक खोत, अमित सेठ व पवनकुमार द्बिवेदी कि न्यायाधिश के तौर पर तथा पंजाब- हरियाणा उच्च न्यायालय में रोहित कपूर की अतिरिक्त न्यायाधिश के तौर पर नियुक्ति कि गई वही सूभाष उपाध्याय की उत्त्राखंड, श्रीमती शमिमा जहां की गोहाटी व सचिन देशमुख की मुबई उच्च न्यायालय में अतिरिक्त न्यायाधिश के तौर पर नियुक्ति की ्रगई है. घटनात्मक अधिकार अनुसार राष्टपती, द्रौपदी मुर्मू ने सर्वोच्च न्यायालय को मुख्य न्यायाधिश भूषण गवई से चर्चा करने के बाद सोमवार को नियुक्ति की अधिसूचना जारी की.