बेलोरा विमानतल से जल्द शुरू होंगी विमानों की उडान
केंद्रीय उड्डयन मंत्री सिंधीया ने दिया 75 करोड की निधी उपलब्ध कराने का आश्वासन
* सांसद नवनीत राणा के प्रयास रहे सफल
* लोेकसभा में उठाई थी बेलोरा विमानतल को लेकर मांग
नई दिल्ली/दि.2- पांच जिलों का संभागीय मुख्यालय रहनेवाले अमरावती जिले में विगत अनेक वर्षों से नियमित हवाई सेवा शुरू होने की प्रतीक्षा की जा रही है. किंतु यह मामला सालोंसाल से अधर में लटका हुआ है. वहीं अमरावती के बेलोरा विमानतल के विस्तार व विकास हेतु आवंटित निधी को राज्य सरकार द्वारा कोविड संबंधी कामोें में प्रयोग कर लिया गया. ऐसे में इस विमानतल का काम कब पूर्ण होगा और कब यहां से हवाई सेवाएं शुरू होगी, इस आशय का सवाल जिले की सांसद नवनीत राणा द्वारा संसद के शीतसत्र दौरान लोकसभा में उठाया गया. जिसके बाद केंद्रीय नागरी उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधीया ने बेलोरा विमानतल के कामों की पूर्तता हेतु आवश्यक रहनेवाले 75 करोड रूपयों की निधी तत्काल वितरित करने का वचन सदन के भीतर दिया.
बेलोरा विमानतल के मामले को लेकर सांसद नवनीत राणा ने कहा कि, अमरावती शहर सहित जिला राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज, कर्मयोगी संत गाडगे महाराज तथा शिक्षा महर्षि डॉ. पंजाबराव देशमुख की जन्मभूमि व कर्मभूमि है. साथ ही बडी तेजी से एज्युकेशनल हब व ट्रेड हब के तौर पर उभर रहा है. इसके अलावा विदर्भ का नंदनवन कहा जाता चिखलदरा भी अमरावती में ही है. जहां पर दूनिया का तिसरा और एशिया का पहला स्कायवॉक बनने जा रहा है. किंतु इसके बावजूद भी अमरावती में सर्व सुविधायुक्त अत्याधुनिक विमानतल नहीं है और यहां से नियमित हवाई सेवा की सुविधा उपलब्ध नहीं है. ऐसे में इस क्षेत्र का औद्योगिक, शैक्षणिक व पर्यटन संबंधी विकास रूका पडा है. साथ ही रोजगार के अवसर भी बेहद कम है. अत: अमरावती में बेलोरा विमानतल के विस्तार व विकास का काम पूर्ण करने के साथ ही यहां से नियमित हवाई सेवाएं शुरू करना जरूरी है. लेकिन बेलोरा विमानतल की टर्मिनल बिल्डींग, कंट्रोल टॉवर, नाईट विजन लैन्डिंग व रनवे आदि के लिए रहनेवाली निधी को राज्य सरकार द्वारा कोविड संबंधी कामों के लिए प्रयोग में लाया गया. जिसकी वजह से बेलोरा विमानतल का काम बीच में ही अटक गया.
सांसद नवनीत राणा द्वारा उठाये गये मामले को गंभीरतापूर्वक लेते हुए केंद्रीय नागरी उड्डयन मंत्री ज्योतिदित्य सिंधीया ने इस विषय पर व्यक्तिगत रूप से ध्यान देते हुए 75 करोड रूपयों की निधी तत्काल वितरित करने का आश्वासन दिया. साथ ही कहा कि, वे इस संदर्भ में सांसद नवनीत राणा से चर्चा करते हुए जल्द से जल्द आवश्यक कार्रवाई करेंगे.