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बैंक को 2,677 करोड़ रुपए का मुनाफा

11 प्रतिशत बढ़ी ब्याज से आय

नई दिल्ली/दि. 27  – मंगलवार को जहां सुबह मारूति सुजूकी के नतीजे सामने आए तो वहीं अब मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से देश के चौथे सबसे बड़े प्राइवेट बैंक एक्सिस बैंक (Axis bank) ने आज अपने चौथी तिमाही के नतीजे घोषित कर दिए हैं. जिसके मुताबिक इस तिमाही में बैंक को 2677 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है. चौथी तिमाही में MARUTI SUZUKI का मुनाफा 9.7 फीसदी घटकर 1,166.1 करोड़ रुपए पर रहा है जबकि पिछले साल की चौथी तिमाही में कंपनी को 1,291.7 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था.
इधर बैड लोन(Bed loans) के लिए की जा रही प्रोविजनिंग में भारी गिरावट के कारण एक्सिस बैंक में मुनाफे में शानदार बढ़ोतरी देखने को मिली है. बता दें कि पिछले साल की चौथी तिमाही में एक्सिस बैंक को 1,387.8 करोड रुपये का घाटा हुआ था। ब्याज आय , गैर ब्याज आय और प्री प्रोविजनिंग ऑपरेटिंग मुनाफे में डबल डिजिट ग्रोथ के चलते कंपनी के मुनाफे में ये जोरदार बढ़त देखने को मिली है.
वित्त वर्ष 2021 की चौथी तिमाही में कंपनी की ब्याज आय 11 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 7,555 करोड़ रुपये पर रही है जो कि वित्त वर्ष 2020 की मार्च तिमाही में 6,807.7 करोड़ रुपये पर रही थी. चौथी तिमाही में बैंक का net interest margin 1 बेसिस पॉइंट की बढ़ोतरी के साथ 3.56 फीसदी पर रहा है.

  • रिटेल लोन में 11 फीसदी की बढ़ोतरी

एक्सिस बैंक के अनुसार चौथी तिमाही में सालाना आधार पर बैंक के टोटल डिपॉजिट में 9 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है. इस अवधि में बैंक का लोन टू डिपॉजिट रेशियो 88 फीसदी पर रहा है. वहीं घेरलू रिटेल लोन में सालाना आधार पर 11 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है.

असेट क्वालिटी पर नजर डालें तो चौथी तिमाही में बैंक का ग्रॉस एनपीए पिछली तिमाही के 3.44 फीसदी से बढ़कर 3.70 फीसदी पर पहुंच गया है. जबकि नेट एनपीए तीसरी तिमाही के 0.75 फीसदी से बढ़कर 1.05 फीसदी पर रहा है. चौथी तिमाही में बैंक के प्रोवजनिंग में भारी कटौती देखने को मिली है. चौथी तिमाही में बैंक की प्रोवजनिंग 3,295 करोड़ रुपये रही है जो कि तीसरी तिमाही में 4,604 करोड़ रुपये रही थी.

  • एनपीए घटकर 5,285 करोड़ रुपये पर आ गए हैं

चौथी तिमाही में सालाना आधार पर बैंक की लोन बुक (TLTRO भी शामिल ) में सालाना आधार पर 12 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है. वित्त वर्ष 2021 की चौथी तिमाही में बैंक का रिटेल डिस्बर्समेंट अब तक के रिकॉर्ड स्तर पर रहा है. इस अवधि में बैंक का नेट इंटरेस्ट मार्जिन पिछले साल की चौथी तिमाही के 3.55 फीसदी से बढ़कर 3.56 फीसदी रहा है. वहीं ग्रॉस स्लीपेज ( नए एनपीए ) पिछले साल के चौथी तिमाही के 7,993 करोड़ रुपये से घटकर 5,285 करोड़ रुपये पर आ गए हैं.

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