बैंकों ने 1.15 लाख करोड़ का बैड लोन राइट ऑफ किया
वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकूर (Anurag Thakur) ने दी जानकारी
नई दिल्ली/11 मार्च – कोरोना काल में गत वर्ष नौ महीने में बैंकों ने 1.15 लाख करोड़ रुपए के वसूल नहीं हो पाये कर्ज (एनपीए) को राइटऑफ किया है. एक साल पहले की तुलना में यह 1.20 लाख करोड़ रुपए कम है. वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकूर ने लोकसभा में यह जानकारी दी है. एनपीए को लेकर लिखित जवाब में ठाकुर ने कहा कि रिजर्व बैंक के आंकड़ों केे मुताबिक कमर्शियल बैंकों ने वर्ष 2018 -19 में 2.34 लाख करोड़ रुपए और वर्ष 2020-21 में तीन तिमाही में 1.15 लाख करोड रुपए राइट ऑफ किया है. उन्होंने कहा कि राइटऑफ होने के बाद भी कर्ज वसूली की प्रक्रिया को बैंक जारी रखेगा. ठाकुर ने बताया कि आरबीआई के दिशा-निर्देशों और बैंक बोर्डो को स्वीकृत नीति के अनुसार एनपीए या बैड लोन को बट्टे खाते में डालकर संबंधित बैंक के बैलेंस शीट से हटा दिया जाता है. एनपीए ऐसे कर्ज होते हैं, जो बैंकों को कर्जदार की ओर से पिछले चार साल से लौटाये नहीं गये हैं.