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अगस्त से दिसंबर के बीच भारत में कोरोना वैक्सीन की 216 करोड़ डोज रहेंगी उपलब्ध

सबको लगेगा टीका

नई दिल्ली/दि. 13 – नीति आयोग (Niti Ayog) के सदस्य डॉक्टर वीके पॉल (Dr VK Paul) ने बुधवार को बताया कि भारत में कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) की लगभग 18 करोड़ डोज दी जा चुकी हैं. अमेरिका में ये संख्या लगभग 26 करोड़ है, इसलिए भारत तीसरे स्थान पर है. कई राज्यों में कोविड वैक्सीन की कमी की शिकायत के बाद सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक ने अगले चार महीनों की अपनी उत्पादन योजना केंद्र सरकार को सौंपी है. कंपनियों ने बताया है कि अगस्त तक वे 10 करोड़ (SII) और 7.8 करोड़ डोज तक अपने उत्पादन को बढ़ाएंगे. अगस्त से दिसंबर के बीच भारत में कोरोना वैक्सीन की कितनी डोज उपलब्ध होंगी, इस बात की पूरी जानकारी डॉ. वीके पॉल ने दी है. पॉल ने बुधवार को बताया कि अगस्त से दिसंबर के बीच भारत में कोविशील्ड की 75 करोड़ डोज, कोवैक्सीन की 55 करोड़ डोज, बायो वैक्सीन की 21 करोड़ डोज, जायडस वैक्सीन की 5 करोड़ डोज, नोवावैक्स वैक्सीन की 20 करोड़ डोज, Gennova वैक्सीन की 6 करोड़ डोज और स्पुतनिक वैक्सीन की 15 करोड़ डोज उपलब्ध रहेंगी. इस तरह, अगस्त से दिसंबर के बीच हमारे पास आठ कोरोना वैक्सीन की 216 करोड़ डोज होंगी.

कोविशील्ड – 75 करोड़ डोज
ऑक्सफॉर्ड यूनिवर्सिटी ने दवा कंपनी एस्ट्राजेनेका के साथ मिलकर तैयार किया है. इसमें भारत की सीरम इंस्टीट्यूट मैन्युफैक्चरिंग और ट्रायल पार्टनर है.

कोवैक्सीन – 55 करोड़ डोज
भारत की पहली देसी कोरोना वैक्सीन है. इसे भारत बायोटेक ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च एंड नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (ICMR) के साथ मिलकर बनाया है.

बायो वैक्सीन – 21 करोड़ डोज
अमेरिकी कंपनी HDT Bio Corp भारत में जेनेवा बायो फार्मास्युटिकल कंपनी के साथ मिलकर बना रही है.

जेनेवा वैक्सीन – 6 करोड़ डोज
अमेरिकी कंपनी HDT Bio Corp भारत में जेनेवा बायो फार्मास्युटिकल कंपनी के साथ मिलकर बना रही है.

जायडस कैडिला वैक्सीन – 5 करोड़ डोज
अहमदाबाद स्थित जायडस कैडिला के लैब में तैयार की जा रही है.

नोवावैक्स वैक्सीन – 20 करोड़ डोज
सीरम इंस्टीट्यूट ने अमेरिकी दवा कंपनी नोवावैक्स इंक के साथ इस वैक्सीन के उत्पादन और वितरण के लिए समझौता किया है.

स्पुतनिक वैक्सीन – 15 करोड़ डोज
मॉस्को (रूस) के गामालेया इंस्टीट्यूट ने रशियन डेवलपमेंट एंड इन्वेस्टमेंट फंड (RDIF) के साथ मिलकर बनाया है.

इसी के साथ उन्होंने ये भी बताया कि स्पुतनिक वैक्सीन अगले हफ्ते से बाजार में मिलेगी और जुलाई से इसका भारत में प्रोडक्शन शुरू होगा. स्पूतनिक वैक्सीन अगले हफ्ते से लगनी शुरू हो जाएगी. वीके पॉल ने कहा, ”स्पुतनिक वैक्सीन भारत में पहुंच गई है. हम उम्मीद करते हैं कि अगले हफ्ते से यह बाजार में उपलब्ध रहेगी. हम यह भी आशा करते हैं कि रूस से आई वैक्सीन की सीमित मात्रा में बिक्री अगले हफ्ते से शुरू हो जाएगी. वैक्सीन सबको उपलब्ध होगी और इसमें कोई शक नहीं होना चाहिए.” साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि FDA और WHO से जिन वैक्सीन को मंजूरी मिली है, वे कंपनी भारत आएं. एक से दो दिनों में आयात लाइसेंस दिया जाएगा. वीके पॉल ने ये भी कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के बारे में हमने लोगों को जागरूक कर दिया है, वायरस कहीं गया नहीं है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को मार्च महीने में बताया था कि इस लहर से लड़ना है. पीक का कोई प्रेडिक्शन नहीं कर सकता, पीक आएगी तो सबको पता है इसके लिए तैयारी करके रखनी है.

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