नई दिल्ली/दि. 2 – पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (West Bengal Election Results 2021) में ममता बनर्जी की हैटट्रिक जीत का अभिनंदन करते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने उन्हें फोन किया और जीत की बधाई दी. शरद पवार ने भी फोन कर और ट्वीट कर इस विजयी हैटट्रिक के लिए ममता बनर्जी का अभिनंदन किया है. पवार ने लिखा है कि यह विस्मित कर देने वाली जीत के लिए मैं आपका अभिनंदन करता हूं. हम भविष्य में भी लोगों के लिए एक साथ मिलकर काम करेंगे और कोरोना संकट का भी मिलकर सामना करेंगे. शरद पवार ममता बनर्जी के समर्थन में चुनावी सभाएं करने वाले थे लेकिन स्वास्थ्य खराब होने की वजह से नहीं जा पाए थे.
सुबह ही पत्रकारों से बात करते हुए शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने कह दिया था कि ममता दीदी को हराना आसान नहीं है. भाजपा ने राष्ट्रीय नेताओं की पूरी फौज पश्चिम बंगाल में उतार दी. सारी तैयारियां की, निवेश किए, पूरा ज़ोर लगाया. इस मेहनत की तारीफ करनी होगी. लेकिन ममता दीदी का शौर्य कायम रहेगा. पांच राज्यों के चुनावों में सिर्फ तमिलनाडू और पुदुच्चेरी इन दो राज्यों में ही सत्ता बदलेगी.
सुबह कही यह बात जब सच साबित हुई और पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने बड़ी जीत हासिल की तो संजय राउत एक बार फिर पत्रकारों के सामने आए. इस जीत पर अपनी प्रतिक्रियाएं देते हुए संजय राउत ने कहा कि पूरे देश में पश्चिम बंगाल की जीत की मशाल एक नया प्रकाश देगी. जिस तरह ममता दीदी की पार्टी के नेताओं को तोड़ा गया, उनके ही लोगों को उनके खिलाफ लड़ाया गया, भाजपा ने बड़ी-बड़ी सभाएं कीं, रैलियां कीं, केंद्रीय एजेंसियों को काम पर लगाया गया और फिर भी बंगाल की जख्मी शेरनी ममता दीदी ने हाथी को धूल चटा दी और ऐतिहासिक जीत का परचम लहरा दिया. देश कोरोना के खिलाफ लड़ रहा था. भाजपा पश्चिम बंगाल का चुनाव लड़ रही थी. फिर भी क्या मिला? देश में कोरोना बढ़ा.
संजय राउत ने कहा कि पश्चिम बंगाल की जनता ने भाजपा को उसकी जगह दिखा दी. मैंने ममता दीदी को फोन कर उन्हें बधाई दी है और वे बधाई की पात्र हैं. पश्चिम बंगाल का चुनाव देश को दिशा देने वाला होगा. भाजपा नेताओं ने बड़े-बड़े दावे किए थे. अबकी बार दो सौ पार का नारा दिया था. हो गया उलटा. पश्चिम बंगाल में ममता दीदी की यह जीत बड़ी जीत है, ऐतिहासिक जीत है. जब पत्रकारों ने संजय राउत से पूछा कि इस चुनाव परिणाम का महाराष्ट्र पर क्या परिणाम पड़ेगा तो संजय राउत ने कहा कि पश्चिम बंगाल से महाराष्ट्र का भावनात्मक रिश्ता है. हमें ममता दीदी की जीत से खुश हैं और इस जीत से भाजपा का गुमान उतर जाएगा. महाराष्ट्र सरकार स्थिर थी, स्थिर है. महाराष्ट्र सरकार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.
महाराष्ट्र के एनसीपी नेता छगन भुजबल के मुताबिक ममता दीदी ने तो ठीक झांसी की रानी की तरह इस मूड से चुनाव लड़ा कि ‘मैं अपना बंगाल नहीं दूंगी.’ परिणाम ने भी यह साबित कर दिया कि पश्चिम बंगाल ममता दीदी के पास ही रहेगा.
छगन भुजबल ने आगे यह भी कहा कि इससे तो अच्छा भाजपा का नेतृत्व कोरोना को कंट्रोल करने में अपनी सूझ-बूझ और शक्ति लगाता तो शायद देश में कोरोना नियंत्रित हो पाता. कम से कम देश के अन्य हिस्सों में भाजपा के प्रति लोगों का असंतोष नहीं बढ़ पाता. लेकिन यहां तो ना बंगाल हाथ में आया ना ही कोरोना ही कंट्रोल हो पाया.