ठाकरे सरकार को तकलीफ में डालने भाजपा ने उठाया एक और कदम
नई दिल्ली हिंस/दि.१७– फिल्म अभिनेत्री कंगना राणौत वाले मामले के साथ ही पूर्व नौसेना अधिकारी मदन शर्मा के साथ मारपीट किये जाने के मामले को लेकर राज्य में भाजपा व शिवसेना के बीच जबर्दस्त संघर्ष छिडा हुआ है और अब भाजपा ने मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए राज्य सरकार को दिक्कत में लाने हेतु एक और कदम बढाया है. इसके तहत भाजपा ने ठाकरे सरकार के खिलाफ राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के पास गूहार लगाते हुए आरोप लगाया है कि, महाराष्ट्र में बडे पैमाने पर मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है.
भाजपा के राज्यसभा सांसद विनय सहस्त्रबुध्दे, भागवत कराड व डॉ. विकास महात्मे ने इस संदर्भ में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष न्या. एच.एल. दत्तु से मुलाकात करते हुए बताया कि, दिसंबर २०१९ से राज्य में मानवाधिकारों के उल्लंघन की घटनाओं में वृध्दि हुई है और सोशल मीडिया पर सीएम उध्दव ठाकरे के खिलाफ लिखनेवाले लोगों पर अत्याचार किये जा रहे है. २३ दिसंबर २०१९ को हिरामण तिवारी नामक व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर सीएम उध्दव ठाकरे के खिलाफ एक पोस्ट शेयर की थी. जिस पर सत्ताधारी शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने हमला करते हुए उसका जबरन मूंडन किया गया था. इसी तरह २६ अगस्त को कालेज की फीस बढाये जाने का विरोध करनेवाले विद्यार्थियों के साथ जबर्दस्त मारपीट की गई थी और सरकार के विरोध में लिखनेवाले पत्रकारों को गिरफ्तार किया जा रहा. इसके साथ ही १६ अप्रैल को पालघर में दो साधूओं को पुलिस की मौजूदगी के बावजूद संतप्त भीड ने पीट-पीटकर मार डाला. ऐसे में इन सभी घटनाओं पर गंभीरतापूर्वक ध्यान देते हुए मानवाधिकार आयोग द्वारा सभी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. उपरोक्त तमाम घटनाओं को लेकर भाजपा अब शिवसेना को चौतरफा घेरने की तैयारी कर चुकी है. जिसकी वजह से राज्य की ठाकरे सरकार की मुश्किलें बढ सकती है.