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ब्लैक फंगस संक्रामक रोग नहीं

यह हवा से नहीं जमीन से शरीर में फैलता है

  • महाराष्ट्र कोरोना टास्क फोर्स के विशेषज्ञ का दावा

नई दिल्ली/दि. 22 – कोरोना वायरस (Corona Virus) का कहर खत्म भी नहीं हुआ है कि एक नई बीमारी ने तेजी से लोगों को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है. इस बीमारी का नाम अब अनजाना नहीं रह गया है. इसका नाम म्यूकोरमाइकोसिस (Mucormycosis) है. इसे आम बोलचाल की भाषा में ब्लैक फंगस भी कहा करते हैं. इस ब्लैक फंगस के 15 राज्यों में अब तक 9320 मामले सामने आ चुके हैं. इस बीमारी से अब तक 235 लोगों की मोतें हो चुकी हैं. महाराष्ट्र में ही इसके फिलहाल 800 केसेस हैं और महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे के मुताबिक अब तक राज्य में 90 से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है. महाराष्ट्र सहित 11 राज्यों में म्यूकोरमाइकोसिस को महामारी घोषित किया जा चुका है. इस गंभीर बीमारी के बारे में एक नई और बड़ी जानकारी निकल कर सामने आ रही है. महाराष्ट्र के कोरोना टास्क फोर्स के विशेषज्ञ डॉ. तात्याराव लहाने का दावा है कि यह बीमारी संक्रामक नहीं है. यह हवा से नहीं फैलती है. बल्कि यह जमीन से संपर्क में आने की वजह से फैलती है. यानी यह मिट्टी से फैलती है. वे कहते हैं कि यह जमीन से हमारे शरीर में जाती है लेकिन इस बीमारी के हवा से फैलने के कोई सबूत नहीं मिले हैं. इसलिए यह दावे से नहीं कहा जा सकता है कि यह हवा से फैलती है.

  • ‘कम इम्युनिटी वालों को चपेट में लेता है म्यूकोरमाइकोसिस’

डॉ. लहाने का मत है कि यह बीमारी उन लोगों को आसानी से अपने चपेट में ले लेती है जिनमें रोग प्रतिकारक शक्ति कम होती है. वे यह भी कहते हैं कि यह कोई नई बीमारी नहीं है. इससे पहले भी म्यूकोरमाइकोसिस बीमारी पाई जा रही थी. अंतर सिर्फ इतना है कि यह ज्यादा लोगों में फैल गई है.

  • ‘इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन से फंगस होने की बात में भी तथ्य नहीं’

कोरोना के इलाज में फिलहाल ऑक्सीजन की जरूरत को पूरा करने के लिए इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन का काफी इस्तेमाल किया जा रहा है. यह भी चर्चा है कि इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन के इस्तेमाल की वजह से फंगस पैदा होते हैं और म्यूकोरमाइकोसिस हो जाता है. लेकिन डॉ. तात्याराव लहाने के मुताबिक इस तथ्य में कोई सत्य नहीं है. कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों को अपना ध्यान रखना चाहिए और मिट्टी के संपर्क में नहीं आना चाहिए. म्यूकोरमाइकोसिस के लक्षण जैसे ही दिखें, देर होने से पहले ही डॉक्टर के पास जाने की सलाह दी जाती है.

  • म्यूकोरमाइकोसिस के मरीजों को बड़ी राहत

महाराष्ट्र के म्यूकोरमाइकोसिस के मरीजों के लिए एक बड़ी राहत की खबर यह है कि राज्य सरकार ने घोषणा की है कि म्यूकोरमाइकोसिस के मरीजों के इलाज का सारा खर्च महात्मा फुले जनआरोग्य योजना के तहत राज्य सरकार उठाएगी. इतना ही नहीं इस इलाज में इस्तेमाल में लाई जाने वाली सारी दवाइयों का खर्च भी इस योजना के तहत राज्य सरकार उठाएगी और मरीजों को मुफ्त इलाज मिलेगा. राज्य में म्यूकोरमाइकोसिस के मरीजों के इलाज के लिए महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने राज्य के लिए 2 लाख एम्फोटेरेसीन बी इंजेक्शन की जरूरत बताई है. राज्य के 110 ठिकानों में म्यूकोरमाइकोसिस का इलाज चल रहा है.

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