केरल में नकली नोट छापने वाले गिरोह का पर्दाफाश
पुलिस ने 5 लोगों को हिरासत में लिया- 7.5 लाख रुपए के जाली नोट जब्त
केरल/दि.२७ – केरल के आतंकरोधी दस्ते (ATS) और एर्नाकुलम ग्रामीण पुलिस ने मंगलवार को एक संयुक्त अभियान में इलांजी गांव में नकली नोट छापने और उन्हें चलाने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया. पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि पांच लोगों को हिरासत में लिया गया. पुलिस के अनुसार इस गिरोह के सदस्य माने जा रहे दो और लोगों की तलाश को लेकर जांच जारी है.
पुलिस ने बताया कि 500-500 रुपये के 1,510 नकली नोट जब्त किए गए, जिनकी कीमत 7.5 लाख रुपये से ज्यादा है. वहीं छापेमारी के दौरान नकली नोट बनाने में इस्तेमाल होने वाली मशीन, कागज और स्याही समेत अन्य सामग्रियां जब्त की गई. कूथाट्टूकुलम पुलिस सीमा क्षेत्र के इलांजी गांव में एक मकान पर एटीएस और पुलिस ने छापेमारी की.
पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने संबंधित घर को किराए पर लिया था और यहां कथित तौर पर नकली नोट छापने का काम चल रहा था और इसे कथित तौर पर एक कार्यक्रम प्रबंधन कंपनी चलाने के लिए उन्होंने लिया था. पुलिस के अनुसार हिरासत में लिए गए आरोपी राज्य के अलग-अलग हिस्सों के निवासी हैं. पुलिस ने बताया कि मामले की जांच जारी है.
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दो साल में पकड़े गए 43 करोड़ रुपये
देश में जाली नोटों का कारोबार भी फलता-फूलता रहा है. हर साल पकड़े जा रहे करोड़ों रुपये के जाली नोट इस बात की तस्दीक करते हैं. जाली नोट न केवल आम लोगों के लिए परेशानी पैदा करता है, बल्कि सरकार और पुलिस के लिए भी इस पर रोक लगाना एक बड़ी चुनौती साबित होती है. आपको जानकर आश्चर्य हो सकता है कि दो साल के भीतर पुलिस ने देशभर में 43 करोड़ रुपये से भी ज्यादा के जाली नोट पकड़े हैं.
नकली नोटों को लेकर केंद्र सरकार ने मंगलवार को संसद में कई अहम जानकारियां दीं. केरल के एर्नाकुलम से कांग्रेस सांसद हिबी ईडन ने गृह मंत्रालय से इस संबंध में 6 सवाल किए थे. जाली नोटों के चलन के खिलाफ सरकार ने क्या कदम उठाए हैं और क्या कर रही है, इसको लेकर भी सांसद ने सवाल पूछा. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने सदन को बताया कि केंद्र और राज्य की सुरक्षा एजेंसियां और खुफिया विभाग जाली नोटों के स्रोत, इनके धंधों और संलिप्त लोगों पर बारीकी से नजर रखते हैं और कानूनी धाराओं के तहत कार्रवाई करते हैं.