नई दिल्ली/दि.6 – संपूर्ण नीट परीक्षा रद्द करना तर्कसंगत साबित नहीं होगा, ऐसा हलफनामा केंद्र सरकार की तरफ से शुक्रवार को सर्वोच्च न्यायालय में दायर किया गया. नीट परीक्षा में भारी मात्रा में अनियमितता होने तथा पेपर लीक होने का कारण बताकर अनेक याचिका दायर हुई है. इसमें कुछ याचिका में परीक्षा रद्द कर फिर से आयोजित करने का अनुरोध किया गया है. इस पृष्ठभूमि पर केंद्र ने यह प्रतिज्ञापत्र दाखिल किया है.
संपूर्ण नीट परीक्षा रद्द करना उचित और तर्कसंगत नहीं रहेगा. परीक्षा की अनियमितता निमित्त व्यापक जांच करने के आदेश सीबीआय को दिए गए है. यदि परीक्षा रद्द की गई तो लाखो प्रामाणिक विद्यार्थी संकट में आएगे, ऐसा इस प्रतिज्ञापत्र में दर्ज किया गया है. गत 5 मई को हुई नीट परीक्षा में अनियमितता होने की बात प्रकाश में आई थी. पश्चात सरकार ने सीबीआय जांच के आदेश दिए थे. सीबीआय ने इस संबंध में विविध राज्यो से कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया है. अखिल भारतीय स्तर पर हुई नीट-यूजी परीक्षा में गोपनीयता का व्यापक उल्लंघन होने की बात प्रकाश में नहीं आई है. इसके अलावा परीक्षा का नतीजा घोषित हुआ है. ऐसे समय पूर्ण परीक्षा रद्द करना तर्कसंगत साबित नहीं होगा, ऐसा युक्तिवाद केंद्र ने किया है. नीट परीक्षा के संदर्भ में दायर याचिका पर सर्वोच्च न्यायालय में सोमवार 8 जुलाई को सुनवाई होनेवाली है. सरन्यायाधीश डी.वाय. चंद्रचूड के नेतृत्व में खंडपीठ के सामने यह सुनवाई होनेवाली है. इस कारण सभी का ध्यान केंद्रीत है.
* नीट-पीजी परीक्षा 11 अगस्त को
राष्ट्रीय वैद्यकशास्त्र परीक्षा मंडल की तरफ से नीट-पीजी परीक्षा की नई तिथी घोषित की गई है. आगामी 11 अगस्त को यह परीक्षा होगी ऐसा बताया गया है. नीट-यूजी परीक्षा की धांधली की पृष्ठभूमि पर सतर्कता के उपाय के रुप में नीट-पीजी परीक्षा की तीथि बढाई गई थी. नीट-पीजी की परीक्षा सुबह और दोपहर ऐसे दो सत्रो में ली जाएगी. इस परीक्षा का कटऑफ डेट 15 अगस्त को घोषित होगा, ऐसा एनबीईएमएस के जरिए कहा गया है.