नई दिल्ली/दि. 18 – पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक से पहले अपना इस्तीफा दे दिया है. साढ़े चार बजे उन्होंने राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित से मुलाकात कर इस्तीफा दिया. इसके साथ ही उनके पूरे मंत्रिमंडल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस्तीफा सौंपने के बाद मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि आज मैंने कांग्रेस अध्यक्ष से बात करके बता दिया था कि मैं इस्तीफा दे दूंगा. जिन पर भरोसा हो वह उन्हें मुख्यमंत्री बना दें.
अपने इस्तीफा देने के कारणों को लेकर उन्होंने कहा, “दो महीने में यह तीसरी बार है कि जब कांग्रेस विधायकों की दिल्ली में मीटिंग बुलाई गई है. यानी मेरे ऊपर विश्वास नहीं रहा है या मैं चला नहीं सका, लेकिन इस बात से मैं अपने आप को अपमानित महसूस कर रहा था. इसलिए मैंने अपना इस्तीफा दे दिया है. अब जिसे चाहो मुख्यमंत्री बनाओ.”
कैप्टन अमरिंदर सिंह से जब यह पूछा गया कि उनके मुताबिक पंजाब का अगला सीएम कौन होगा? इस पर उन्होंने कहा, “जिस पर आलाकमान को भरोसा हो उसे सीएम बनाए.” उन्होंने यह भी कहा कि वह अभी कांग्रेस में ही हैं और भविष्य की राजनीति को लेकर आने वाले समय में फैसला लेंगे. उन्होंने कहा कि मैं अपने साथियों से बात करूंगा जो 52 सालों की राजनीति और 9 साल के सीएम कार्यकाल के दौरान मेरे साथ रहे हैं.
एक तरफ कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस्तीफा दिया है तो वहीं दूसरी ओर शाम पांच बजे विधायक दल की मीटिंग बुलाई गई है. माना जा रहा है कि इसमें विधायक दल के नेता का चुनाव हो सकता है. कैप्टन के इस्तीफे के बाद से पंजाब कांग्रेस में एक बड़ी फूट देखने को मिल सकती है. कैप्टटन अमरिंदर सिंह से नाराज विधायक इस मीटिंग में नवजोत सिंह सिद्धू और सुनील जाखड़ का नाम अगले सीएम के लिए दे सकते हैं. विधायक दल की मीटिंग में पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत और दो केंद्रीय पर्यवेक्षक अजय माकन और हरीश चौधरी भी हिस्सा लेंगे. पंजाब कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट कर बताया कि कांग्रेस पार्टी के निर्देश पर 18 सितंबर को विधायक दल की बैठक बुलाई गई है.