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11 मार्च को लांच करेगा कैट ई पोर्टल भारत ई मार्किट का मोबाइल एप

अमेज़न और फ्लिपकार्ट को टक्कर

नयी दिल्ली दि ९ अमेज़न और वॉलमार्ट के स्वामित्व वाले फ्लिपकार्ट जैसे ई पोर्टल के कथित अवैध और अनैतिक आचरण और उनके खिलाफ ईडी(प्रवर्तन निदेशालय) और कम्पटीशन कॉमिशन ऑफ इंडिया की चल रही जांच के मद्दे नज़र कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट)अपने वेन्डर मोबाइल एप्लीकेशन को महा शिवरात्रि के पावन अवसर पर नई दिल्ली में लांच करने को तैयार है। भारत ई मार्किट पूर्णरूप से एक क्रांतिकारी ‘फिजिटल’ मॉडल है, जिसमे ऑफलाइन रिटेल और अधुनिक डिजिटल टेक्नोलॉजी का बेहतरीन  संयोजन है, जोकि पूरी तरह व्यापारियों का, व्यापारियों द्वारा और व्यापारियों और उपभोक्ताओं के लिए ही बनाया गया है।कैट भारत की सबसे बड़ीव्यापारिक संगठन है जो 40 हजार से अधिक व्यापारिक एसोसिएशनों के माध्यम से 8 करोड़ व्यापारियों का प्रतिनिधित्व करती है।कैटने कहा है की उसके पोर्टल की उपभोक्ता ऑनबोर्डिंग एप्लिकेशन को भी जल्द ही लॉन्च किया जाएगा।
कैट विदेशी वित्त पोषित ई-कॉमर्स पोर्टलों के खिलाफ सबसे अधिक मुखर रहा है और  लंबे समय से सरकारके नियमों और कानूनों कीधज्जियां उड़ाने के लिए उन पर कार्रवाई करने की मांग कर रहा है, जो अनैतिक मूल्य निर्धारण, लॉस फंडिंग , गहरी छूट, और सूचीनियंत्रण आदि में लिप्त हैं।
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी सी भरतिया और राष्ट्रीय महामंत्री श्री प्रवीन खंडेलवाल ने संयुक्त बयान में कहा कि भारत ई मार्किट जोविशुद्ध रूप से “भारतीय ” है और ये स्वदेशी पोर्टल विदेशी बहुराष्ट्रीय दिग्गजों के साथ नैतिक रूप से प्रतिस्पर्धा करने के लिए भारत के 8व्यापारियों को समान स्तर का प्लेटफार्म प्रदान करेगा।   भारत ई मार्किट एक अनूठा ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म है जहां व्यापारियों को अबअपने पुराने स्थापित ग्राहकों को डिजिटल रूप से सेवा करने का अवसर मिलेगा, जिनके साथ वे वर्षों से व्यापार कर रहे हैं।
श्री भरतिया एवं श्री खंडेलवाल ने कहा कि भारतीय ऑफ़लाइन व्यापारियों को किसी भी स्तर पर स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का डर नहीं है औरभारत ईमार्केट के साथ वे हर भारतीय घर तक पहुंचने में सक्षम होंगे और अविश्वसनीय समय सीमा के भीतर माल की डिलीवरी करने मेंसक्षम होंगे और सबसे सस्ती दरों पर सामान और सेवाएं प्रदान करेंगे जो उपभोक्ताओं के लिए भी फायदेमंद होगा।
श्री भरतिया और श्री खंडेलवाल ने कहा कि भारत के बढ़ते ई-कॉमर्स स्पेस में भारतईमार्केट गेम चेंजर साबित होगा। अब समय आ गयाहै कि देश के प्रत्येक रिटेलर को अपनी वास्तविक ताकत का अहसास कराया जाए और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उतरने के लिए प्रेरितकिया जाए जिससे वे वास्तविक संभावनाओं का लाभ उठा सके। भारत ई मार्किट का लक्ष्य 31 दिसंबर, 2021 तक कम से कम सातलाख विक्रेताओं को ऑन बोर्ड करना और 31 दिसंबर, 2023 तक एक करोड़ विक्रेताओं को जोड़ कर चीन के अलीबाबा को पछाड़कर इसेदुनिया का सबसे बड़ा बाज़ार बनाना है, जिसमें लगभग 80 लाख विक्रेता मौजूद हैं
दोनों नेताओं ने भारत के ई-कॉमर्स बाजार की वर्तमान स्थिति पर चिंता व्यक्त की, जिसके गिरते स्तर का कारण ये  बहुराष्ट्रीय कंपनियोंहै  जिन्होंने सरकार के एफडीआई मानदंडों को पूरी तरह से विफल कर दिया है और अपने स्वार्थी उद्देश्यों के लिए अनैतिक व्यावसायिकप्रथाओं को बढ़ावा देकर ई-कॉमर्स के स्वस्थ वातावरण को बर्बाद कर दिया है। । रायटर की हालिया रिपोर्ट ने यह साबित कर दिया किकेवल मुट्ठी भर विक्रेता ही अमेजन पर कारोबार को नियंत्रित कर रहे हैं, और ये कैट के दावे का सबसे बड़ा आधार है। दोनों नेताओं नेकहा कि भारत के ई-कॉमर्स व्यापार को विनियमित करने और सुधारने का अधिकार सरकार के अधिकारियों के पास है और हम आशाकरते हैं कि बहुत जल्द ही उपयुक्त नीतियां और नियामक तंत्र लागू हो जाएंगे। कैट को सरकार द्वारा एफडीआई नीति, 2016 के प्रेस नोटनंबर 2 की जगह एक नए प्रेस नोट के जारी होने का बेसब्री से इंतजार है, क्योंकि यह भारत के

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