नई दिल्ली/दि.23– लोकसभा चुनाव के पहले चरण में उष्णता की लहर के कारण तुलनात्मक कम मतदान होने से 26 अप्रैल को होनेवाले दूसरे चरण के लिए केंद्रीय चुनाव आयोग की तरफ से सावधानी बरती जा रही है. आयोग ने विशेष कृति दल तैयार किया है. प्रत्येक चरण के मतदान के पूर्व पांच दिन मौसम की समीक्षा ली जानेवाली है.
दक्षिण और मध्य भारत में मार्च में तापमान 34 से 40 डिग्री सेल्सिअस के दौरान रहा था. अप्रैल में इसमें थोडा इजाफा हुआ. अप्रैल में दो बार उष्णता की लहर आने का अनुमान मौसम विभाग ने व्यक्त किया है. लोकसभा चुनाव के आगामी 6 चरणो के मतदान पर बढते तापमान का विपरित परिणाम होने की संभावना को ध्यान में रखते हुए आयोग ने सोमवार को मौसम विभाग के अधिकारियों से विस्तृत चर्चा की. मौसम विभाग केंद्रीय चुनाव आयोग के लगातार संपर्क में है. मौसम अनुमान सहित प्रति माह, हर सप्ताह और हर दिन ऐसे तीन तरह के अनुमान की जानकारी दी जा रही है. जहां मतदान होनेवाला है, उस क्षेत्र की जानकारी, उष्णता लहर और आद्रता स्तर आदि का अनुमान भी दिया जा रहा है, ऐसा मौसम विभाग के महासंचालक मृत्युंजय महापात्रा ने बैठक के बाद कहा. आयोग की तरफ से राज्य की यंत्रणा को सूचना दी गई है. मतदाताओं को मतदान के समय उष्णता से परेशान न होने के लिए आवश्यक उपाययोजना करने की सूचना भी दी गई है. दूसरे चरण में 13 राज्यो के 88 निर्वाचन क्षेत्र में मतदान होनेवाला है.
* आयोग की सूचना
– कृति दल में चुनाव आयोग, मौसम विभाग, राष्ट्रीय आपदा व्यवस्थापन प्राधिकरण और स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों का समावेश है.
– यह कृति दल उष्णता की संभावित लहर और बढते तापमान का प्रत्येक मतदान चरणो के पांच दिन पूर्व समीक्षा लेगा. पश्चात आवश्यक सुविधा मतदाताओं को उपलब्ध करवाई जाएगी.
– आयोग ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्रालय को भी निर्देश दिए है. उष्णता की संभावित लहर के कारण निर्माण होनेवाली परिस्थिति का सामना करने के लिए चुनाव आयोग को सहायता करने और आवश्यक सुविधा की आपूर्ति की सूचना की गई है.
– मतदान केंद्र पर मंडप, पेयजल, कुर्सी और अन्य सुविधा उपलब्ध की जाएगी. इस संदर्भ में केंद्रीय चुनाव आयोग राज्य के मुख्य कार्यकारी अधिकारी की स्वतंत्र समीक्षा बैठक लेनेवाले है.