सरन्यायाधीश चंद्रचुड कोर्ट में आये और अपनी कुर्सी छोडकर सामने स्टूल पर जाकर बैठ गये
नई दिल्ली/दि.10 – सुप्रीम कोर्ट के सरन्यायाधीश डी. वाय. चंद्रचुड कल फिर एक अच्छे काम के लिए अचानक देशभर में वायरल होने लगे. चंद्रचुड द्वारा लिये गये फैसले से सुप्रीम कोर्ट के कनिष्ठ वकील भावनात्मक हो गये.
कल सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही थी, तो सरन्यायामूर्ति चंद्रचुड ने कनिष्ठ वकीलों के लिए सुनवाई अचानक रोक दी. कोर्ट रुम में महाअधिवक्ता तुषार मेहता के पीछे दिनभर जुनियर वकील उन्हें खडे हुए दिखाई दिये. चंद्रचुड ने कहा मैं देखता हूं कि, जुनियर वकील दिनभर हाथ में लैपटॉप लिये खडे रहते है. इसलिए सुनवाई बीच में रोककर चंद्रचुड ने एक निर्णय लिया और कहा कि, इन सभी ज्युनियर वकील के लिए स्टूल लगाये जाये, जिस पर वे बैठ सके.
औद्योगिक विषय में सरकार के क्या अधिकार है, इसको लेकर पिछले कई दिनों से सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है. इस दौरान कोर्ट रुम में महाअधिवक्ता की सहायता के लिए कई ज्युनियर वकील उपस्थित रहते है. सरन्यायामूर्ति ने महाअधिवक्ता से कहा कि, मैं देखता हूं की ज्युनियर वकील दिनभर खडे रहते है. उन्हें बैठने के लिए कोई व्यवस्था करनी चाहिए. इसी तरह जिन वकीलों का इस मामले से कोई संबंध नहीं है, ऐसे वकील कोर्ट रुम में ज्युनियर वकीलों के बैठने के लिए उन्हें जगह दें. लंच के पहले यह पूरी चर्चा हुई. फिर लंच समय हुआ और भोजनावकाश के बाद मंगलवार यानि कल ही तुरंत स्टूल भी लगा दिये गये. महाअधिवक्ता के पीछे एक लाइन से स्टूल लगाये गये थे. लंच के बाद सरन्यायामूर्ति कोर्ट रुम में आये और उन्होंने अपने जगह पर बैठने से पहले लगाये गये स्टूल पर बैठकर देखा कि, वे स्टूल बैठने लायक है या नहीं.
समाधान होने के बाद चंद्रचुड अपनी चेयर पर बैठने गये. उनकी इस सहायताभरे कदम की खुब तारीफ हो रही है. बता दें कि, चंद्रचुड के कई क्रांतिकारी फैसले इन दिनों देशभर में पसंद किये जा रहे है.