नई दिल्ली/दि.२९ – केंद्र की मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के दो साल पूरे होने की पूर्व संध्या पर शनिवार को कोरोना से प्रभावित अनाथ बच्चों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ी पहल करते हुए कई घोषणाएं की. प्रधानमंत्री ने कहा कि महामारी के कारण माता-पिता या अभिभावक को खोने वाले सभी बच्चों को पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना के तहत सहायता दी जाएगी. साथ ही कहा कि ऐसे बच्चों को 18 साल की उम्र में मासिक वजीफा और 23 साल की उम्र में पीएम केयर्स से 10 लाख रुपए का फंड मिलेगा.
प्रधानमंत्री ने कहा कि बच्चों की पूरी पढ़ाई और रखरखाव का खर्चा भी पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन उठाएगा, जिसके तहत केंद्रीय विद्यालय और प्राइवेट स्कूलों में भी शिक्षा की व्यवस्था की जाएगी. साथ ही यूनिफार्म, किताब-कॉपी का भी सरकार खर्च उठाएगी. इसके अलावा बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए एजुकेशन लोन प्राप्त करने में सहायता की जाएगी और पीएम केयर्स लोन पर ब्याज का भुगतान करेगा. साथ ही आयुष्मान भारत के तहत बच्चों को 18 साल तक 5 लाख रुपए का मुफ्त स्वास्थ्य बीमा मिलेगा और प्रीमियम का भुगतान पीएम केयर्स की तरफ से किया जाएगा.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बच्चे देश के भविष्य का प्रतिनिधित्व करते हैं और हम बच्चों के समर्थन और सुरक्षा के लिए सब कुछ करेंगे. साथ ही कहा कि एक समाज के रूप में यह हमारा कर्तव्य है कि हम अपने बच्चों की देखभाल करें और एक उज्ज्वल भविष्य की आशा करें.वहीं शनिवार को ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना के कारण अनाथ हुए बच्चों के संरक्षण और उनकी देखभाल के लिए एक विशेष योजना को लागू करने का निर्णय लिया गया है. साथ ही कहा कि उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के नाम पर ये योजना संचालित होगी.