बच्चों में कोरोना के दीर्घकालीन लक्षण दुर्लभ
लॅन्सेट के सर्वे में निकला निष्कर्ष ; स्मार्ट फोन व्दारा हुआ सर्वेक्षण
लंदन/दि.5 – कोविड-19 हुए अधिकांश छोटे बच्चे 6 दिन में ठीक होते दिखाई दिये है. चार सप्ताह के बाद छोटे बच्चों में कोरोना के लक्षण कायम रहने के उदाहरण अत्यंत दुर्लभ है. ऐसा ब्रिटेन के नये अभ्यास से सामने आया है.
द लॅन्सेट चाइल्ड एंड अॅडोलसेंट हेल्थ जनरल में यह अभ्यास फेमस हुआ है. बच्चों के पालकों ने स्मार्ट फोन एप में दी गई जानकारी के आधार पर यह अभ्यास किया गया. इसमें पांच से 17 वर्ष आयु उम्र के 25 हजार बच्चों की जानकारी का समावेश है.
कोरोना का लक्षण पाये जाने वाले 20 में से एक भी बच्चों में चार सप्ताह से अधिक लक्षण थे तो करीब-करीब सभी बच्चे आठ सप्ताह में ठीक हो गये, ऐसा किंग्ज कॉेलेज लंदन के संशोधकों व्दारा किये गये अभ्यास में पाया गया. सिर दर्द, थकावट, गला खरखराने और बास कम होना (एनोस्मिया) यह सर्वसामान्य लक्षण इस समय बच्चों में पाये गये है. इस अभ्यास में गंभीर न्यूरोलॉजिकल लक्षण दर्ज नहीं किेये गए.
दीर्घकाल तक पाये जाने वाले कोरोना के लक्षण वाले बच्चों की संख्या कम है. यह आश्वासक है फिर भी कुछ बच्चे कोविड-19 सहित दीर्घ काल तक बीमार रह सकते हैं. ऐसा लंदन के किंग्ज कॉलेज के प्राध्यापक एम्मा डंकन ने बताया.
-
देश में 42,625 नए मरीज
देश में बुधवार को एक दिन में 42 हजार 625 नये कोरोना मरीज पाये गये. इस कारण कुल बाधित मरीजों की संख्या बढ़कर तीन करोड़ 17 लाख 69 हजार 132 हो गई है. वहीं उपचार के दौरान मरीजों की संख्या चार लाख 10 हजार 353 हो गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को जानकारी दी. मंत्रालय ने बताया कि दिनभर में 562 मरीजों ने अपने प्राण गवाये हैं. जिससे कुल मृतकों की संख्या 4,25,757 तक पहुंची है. वहीं उपचाराधीन मरीजों की संख्या 4,10,353 तक बढ़ गई है. यह आंकड़ा कुल संक्रमण के 1.29 प्रतिशत है. तो कोविड मुक्त होने वाले मरीजों का राष्ट्रीय दर 97.37 प्रतिशत है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सुबह 8 बजे तक अब तक की गई आंकड़ेवारीनुसार उपचाराधीन मरीजों की संख्या गत 24 घंटों में 5,395 से बढ़ गई है.