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अमेरिका पहुंचा चीन का टॉप अधिकारी

US को सौंपी वुहान लैब की सीक्रेट जानकारी

नई दिल्ली/दि. 18 – कोरोना वायरस को लेकर एक हैरान कर देने वाली जानकारी सामने आई है. एक रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ है कि चीन का एक बड़ा अधिकारी अमेरिका के लिए काम कर रहा है. इस अधिकारी ने वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी से जुड़ी खुफिया जानकारी भी अमेरिका को सौंपी है. रिपोर्ट में कहा गया है कि चीनी उप-राज्य सुरक्षा मंत्री डोंग जिंगवेई कथित तौर पर अमेरिका चले गए हैं और वहां वुहान लैब से जुड़ी खुफिया जानकारी दे दी है.
ऐसा कहा जा रहा है कि डोंग जिंगवेई अपनी बेटी डोंग यांग के साथ 10 फरवरी को भागकर अमेरिका आ गए थे. स्पाई टॉक की रिपोर्ट के हवाले से डेली मेल ने बताया है, डोंग अप्रैल 2018 में उप मंत्री के पद पर नियुक्त हुए थे. वह काउंटर-इंटेलिजेंस के प्रमुख रह चुके हैं (Chinese Top Official in US). चीन में उन्हें गुओनबु के नाम से जाना जाता है. अगर ये रिपोर्ट सही है, तो चीन के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा, जब किसी अधिकारी ने इतना साहस दिखाया है. ऐसे दावे हैं कि उन्होंने वुहान लैब के बारे में अमेरिकी अधिकारियों को जानकारी दी है. जहां से कोविड-19 के निकलने की बात कही जा रही है.

  • डोंग की वापसी के लिए चीन ने अधिकारी भेजे

इस खबर के बाद से वुहान लैब लीक थ्योरी के दावों को और बल मिल रहा है. डोंग की कई तस्वीरें भी ऑनलाइन वायरल हो रही हैं, एक तस्वीर को चीनी विदेश मंत्रालय के पूर्व अधिकारी डॉक्टर हान लियानचाओ ने पोस्ट किया है. उन्होंने कहा है कि बीजिंग ने मार्च में कुछ अधिकारियों को अमेरिकी विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन से मिलने के लिए भेजा था. ताकि डोंग को चीन के हवाले किया जा सके. हान का दावा है कि डोंग को आखिरी बार लोगों के बीच सितंबर 2020 में देखा गया था. हालांकि उनके दावों में कितनी सच्चाई है, इसपर कुछ नहीं कहा जा सकता है.

  • अमेरिकी राष्ट्रपति ने जांच के आदेश दिए थे

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बीते महीने खुफिया एजेंसियों को आदेश दिया था कि वह कोरोना वायरस की उत्पत्ति की जांच करें और 90 दिन के भीतर इसकी रिपोर्ट सौंपे. अब जांच में ये पता लगाने की कोशिश होगी कि वायरस जानवरों से इंसानों में फैला है या फिर किसी लैब में बनाया गया है. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कई मौकों पर कोरोना वायरस को चीनी वायरस और वुहान वायरस बोल चुके हैं. कई वैज्ञानिकों का भी ऐसा कहना है कि ये वायरस प्राकृतिक नहीं है बल्कि इसे लैब में बनाया गया है.

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