देहरादून/दि.9 – उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन हो गया है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राज्यपाल बेबी रानी मौर्या से मुलाकात के बाद पद से इस्तीफा दे दिया है.
उत्तराखंड में 2022 में विधानसभा चुनाव है. भाजपा केंद्रीय नेतृत्व एक साल पहसे बड़ा दांव खेला है. सूत्रों के मुताबिक राज्य सरकार के मंत्री धन सिंह रावत, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के मजबूत विकल्प के रूप में उभरे हैं. उत्तराखंड से सांसद अजय भट्ट और अनिल बलूनी को भी मुख्यमंत्री पद के मजबूत दावेदार के रूप में देखा जा रहा है.
उत्तराखंड भाजपा में पिछले तीन दिनों से चल रही सियासी उठापठक के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. बुधवार सुबह 10 बजे राज्य पार्टी मुख्यालय में विधानमंडल दल की बैठक बुलाई गई है जिसमें सभी विधायकों की मौजूदगी में नए नेता का चयन किया जाएगा. भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और छत्तीसगढ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में बैठक में मौजूद रहेंगे. नयी दिल्ली में भाजपा केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात कर मंगलवार को देहरादून लौटे.
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10 बजे पार्टी कार्यालय पर विधायक दल की बैठक
ऐसी संभावना है कि बुधवार या गुरुवार को नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा. कुछ मंत्रियों और विधायकों की नाराजगी के कारण रावत ने इस्तीफा दिया है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच राजभवन पहुंचे. रावत ने राजभवन जाकर राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को अपना इस्तीफा सौंपा.
भाजपा नेता त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि कल सुबह 10 बजे पार्टी कार्यालय पर विधायक दल की बैठक है. पार्टी ने मुझे चार साल तक इस राज्य की सेवा करने का सुनहरा अवसर दिया. मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे ऐसा मौका मिलेगा. पार्टी ने अब फैसला किया है कि सीएम के रूप में सेवा करने का अवसर अब किसी और को दिया जाना चाहिए.
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उत्तराखंड के कुल विधायकों की संख्या 70
उत्तराखंड के कुल विधायकों की संख्या 70 हैं. भारतीय जनता पार्टी के पास 56, कांग्रेस के पास 11, निर्दलीय 2 हैं. एक सीट खाली है. भाजपा के कई विधायक मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से असंतुष्ट हैं. कई दिन से दिल्ली और उत्तराखंड में राजनीति गतिविधि तेज हो गई थी. भाजपा नेतृत्व ने छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन सिंह को देहरादून भेजा था.