कांग्रेस विधायकों ने की केंद्रीय नेताओं से भेंट
मल्लिकार्जून खडगे व के. सी. वेणुगोपाल से हुई मुलाकात
* पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी व राहुल गांधी से मिलने का प्रयास जारी
नई दिल्ली/मुंबई/दि.5– विगत लंबे समय से महाराष्ट्र की महाविकास आघाडी सरकार में अपने ही मंत्रियों से नाराज चल रहे 28 कांग्रेसी विधायक इस समय राजधानी नई दिल्ली में है. जहां पर वे पार्टी अध्यक्षा सोनिया गांधी व सांसद राहुल गांधी से मिलने का प्रयास कर रहे है. साथ ही इस दौरान गत रोज इन विधायकों ने लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जून खडगे तथा पार्टी के संगठन महासचिव के. सी. वेणुगोपाल से भेंट की और उन्हें अपनी शिकायतोें व समस्याओं से अवगत कराया. इस समय संगठन महासचिव के. सी. वेणुगोपाल ने बताया कि, सांसद राहुल गांधी खुद कर्नाटक की तरह महाराष्ट्र के पार्टी विधायकों से मिलने के इच्छूक है और वे जल्द ही इन विधायकों से व्यक्तिगत तौर पर मुलाकात करते हुए उनसे संवाद साधेंगे. यह सुनकर महाराष्ट्र के सभी कांग्रेस विधायकों को काफी राहत भी मिली है.
बता दें कि, संसदीय कामकाज की जानकारी व प्रशिक्षण देने हेतु 5 व 6 अप्रैल को संसद में एक प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन किया गया है. जिसमें सहभागी होने हेतु राज्य के सभी कांग्रेस विधायक दिल्ली के दौरे पर है. जिसमें से विधायक बलवंत वानखडे, संग्राम धोपटे, विकास ठाकरे, अभिजीत वंजारी, सुरेश वरपूरकर, राजेश राठोड, लहु कानडे, अमीत झनक, कैलास गोरंट्याल, जयराम वानखडे, राजू पारवे व संजय लगताप सहित 18 विधायकों ने गत रोज के. सी. वेणुगोपाल व मल्लिकार्जून खडगे से मुलाकात की. इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओें को महाराष्ट्र में सरकार व पार्टी के भीतर चल रही गतिविधियों से अवगत भी कराया.
* महामंडलों का वितरण कब
विश्वसनीय सूत्रों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इन सभी विधायकों ने दोनों वरिष्ठ नेताओं को बताया कि, पार्टी के बडे नेता तो राज्य सरकार में मंत्री पद मिलने से खुश है, लेकिन विधायकों की ओर किसी का कोई ध्यान नहीं है. इस समय महामंडलों पर विधायकों की नियुक्तियां अटकी पडी है. यदि राष्ट्रवादी व शिवसेना में इसे लेकर कोई दिक्कत है, तो कम से कम कांग्रेस के कोटे में आनेवाले महामंडलों की नियुक्ति घोषित की जानी चाहिए. साथ ही विधायक निधी का समप्रमाण में वितरण करते हुए विधानसभा अध्यक्ष पद पर नियुक्ती का मामला भी हल किया जाना चाहिए. ऐसी मांग भी इन विधायकों द्वारा किये जाने की जानकारी है.
* कम लीड से हारी सीटों पर विशेष ध्यान देने की मांग
विधायकों के इस दल ने पार्टी के दोनों वरिष्ठ नेताओं को बताया कि, विदर्भ सहित राज्य में विधानसभा की कई सीटों पर कांग्रेस को बेहद कम वोटों के फर्क से हार का सामना करना पडा. इन सभी सीटों पर पार्टी के संगठनात्मक मजबूती के लिए हाईकमान ने समय रहते ध्यान दिया होता और आवश्यक नियोजन किया होता, तो इन सीटों पर निश्चित रूप से जीत मिली होती. अत: इन सीटों पर अब भी विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए.
* पालकमंत्रियों को लेकर जताई गई नाराजगी
कई विधायकों ने अपने-अपने जिलों के पालकमंत्रियों को लेकर भी नाराजगी जताई. जिसमें कहा गया कि, कई जिलों में अब तक जिलास्तरीय समितियों का गठन नहीं हुआ है. साथ ही विशेष कार्यकारी अधिकारी पद पर कार्यकर्ताओं को अब तक नियुक्ति भी नहीं दी गई है. जिससे आम कार्यकर्ताओें में काफी नाराजगी है.