कांग्रेस संपत्तियों के मुद्रीकरण के मुद्दे को उठाएगी
पार्टी के नेता देश भर में प्रेसवार्ता करेंगे
नई दिल्ली/दि.२९-केंद्र के राष्ट्रीय मुद्रीकरण पाइपलाइन कार्यक्रम के खिलाफ कांग्रेस अपने नेताओं के जरिए देश भर में कई प्रेस वार्ता आयोजित कर इस मुद्दे को जमीनी स्तर पर उठाने की योजना बना रही है. विपक्षी दल ने आरोप लगाया कि देश की मूल्यवान संपत्तियों को बेचा जाना भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रभावी तरीके से प्रबंधन में केंद्र सरकार की ”सरासर अक्षमता” को दर्शाता है. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने ”पूंजीवादी मित्रों” के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने कहा, ”इसका उद्देश्य पूंजीवादी मित्रों को लाभ पहुंचाना है. मोदी जी अपने दोस्तों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं और देश की संपत्ति अब सुरक्षित हाथों में नहीं है. सुरजेवाला ने यह भी आरोप लगाया कि जीडीपी वृद्धि में गिरावट के बीच बदहाल आम लोगों के जख्मों पर नमक छिड़कने के लिए प्रधानमंत्री उनकी जेब से मेहनत की कमाई निकाल रहे हैं और अपना खजाना भर रहे हैं. कांग्रेस के प्रवक्ता ने आरोप लगाया, ”उन्होंने अब देश की छह लाख करोड़ रुपये की मूल्यवान संपत्ति बेचने का फैसला किया है जिसमें सड़क, रेल, खदान, दूरसंचार, बिजली, गैस, हवाई अड्डे, बंदरगाह, खेल स्टेडियम और कई चीजें हैं.’ पार्टी सूत्रों ने बताया कि इस मुद्दे को आम लोगों तक ले जाने की राष्ट्रव्यापी योजना के तहत कांग्रेस नेता मुकुल वासनिक 31 अगस्त को असम के गुवाहाटी में और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे एक सितंबर को हैदराबाद में मीडिया को संबोधित करेंगे. संवाददाता सम्मेलन का सिलसिला इस हफ्ते की शुरुआत में राहुल गांधी द्वारा दिल्ली में आयोजित प्रेस वार्ता के साथ शुरू हुआ. वासनिक के अलावा शशि थरूर को भी इस मुहिम में शामिल किया गया है और वह कश्मीर में मीडिया को संबोधित करेंगे. सचिन पायलट बेंगलुरु में मीडिया को संबोधित करेंगे, जबकि मिलिंद देवड़ा कोचीन में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम तीन सितंबर को मुंबई में जबकि अजय माकन उसी दिन रायपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. लखनऊ में भूपेश बघेल और पटना में दिग्विजय सिंह सहित कांग्रेस के कई अन्य नेता मीडिया को संबोधित करेंगे.