जी-23 नेताओं के विरोध के बाद दबाव में कांग्रेस आलाकमान
रणदीप सुरजेवाला बोले- जल्द होगी CWC की बैठक
नई दिल्ली/दि.30 – पंजाब में सियासी घमासान और जी-23 नेताओं के हमले के बाद कांग्रेस आलाकमान पर दबाव बढ़ गया है. जी-23 नेताओं के संगठनात्मक विस्तार की लगातार मांग के बाद अब कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि जल्द ही कार्यसमिति की बैठक आयोजित की जाएगी. उन्होंने कहा कि शिमला जाने से पहले पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने जल्द कार्यसमिति की बैठक के आयोजन का संकेत दे दिया था. अब जल्द ही यह बैठक होगी.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने बुधवार को अपनी ही पार्टी पर निशाना साधा था. कपिल सिब्बल ने कहा था, ‘कांग्रेस में अब कोई निर्वाचित अध्यक्ष नहीं है. हम नहीं जानते कि पार्टी के निर्णय कौन ले रहा है.’ दरअसल, कांग्रेस नेता ने पंजाब के राजनीतिक संकट को लेकर यह बयान दिया है. सिब्बल ने कहा, ‘हम जी-23 हैं, निश्चित रूप से जी हुज़ूर-23 नहीं हैं. पार्टी के सामने हम मुद्दों को उठाते रहेंगे.’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह कभी भी जी-23 नहीं था, यह हमेशा जी-23 प्लस रहा है.
कपिल सिब्बल ने आगे कहा, ‘हम शीर्ष नेतृत्व से बात करते रहेंगे. अपनी मांगों को दोहराना जारी रखेंगे. बता दें कि कपिल सिब्बल कांग्रेस के उन 23 नेताओं में से एक हैं जिन्होंने पिछले साल सोनिया गांधी को पत्र लिखकर शीर्ष नेतृत्व में व्यापक बदलाव की मांग की थी.
कपिल सिब्बल ने कई नेताओं के पार्टी छोड़ने का उल्लेख करते हुए गांधी परिवार पर इशारों-इशारों में कटाक्ष किया कि ‘जो लोग इनके खासमखास थे वो छोड़कर चले गए, लेकिन जिन्हें वे खासमखास नहीं मानते वे आज भी इनके साथ खड़े हैं.’ पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे के बाद पैदा हुई स्थिति को लेकर सिब्बल ने कहा कि इस सीमावर्ती राज्य में ऐसी कोई भी स्थिति नहीं होनी चाहिए जिसका पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और सीमापार के दूसरे तत्व फायदा उठा सकें.
पूर्व केंद्रीय मंत्री कापिल सिब्बल ने संवाददाताओं से कहा, ‘मैं निजी तौर पर बात कर रहा रहा हूं और उन साथियों की तरफ बोल रहा हूं जिन्होंने पिछले साल अगस्त में पत्र लिखा था. हम अपने नेतत्व की ओर से अध्यक्ष का चुनाव, सीडब्ल्यूसी और केंद्रीय चुनाव समिति के चुनाव कराने से जुड़े कदम उठाए जाने का इंतजार कर रहे हैं.’
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘मैं भारी मन से आप लोगों से बात कर रहा हूं. मैं एक ऐसी पार्टी से जुड़ा हूं जिसकी ऐतिहासिक विरासत है और जिसने देश को आजादी दिलाई. मैं अपनी पार्टी को उस स्थिति में नहीं देख सकता जिस स्थिति में पार्टी आज है.’ उनके मुताबिक, ‘देश बड़े संकट का सामना कर रहा है. चीन घुसपैठ कर रहा है. तालिबान के अफगानिस्तान में आने से जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा के लिए खतरा पैदा हुआ है. करोड़ों लोग गरीबी से घिरे हैं. ऐसे हालात में कांग्रेस इस स्थिति में है, यह दुखद है. यह ऐसा समय है कि हमें इस सरकार के खिलाफ मिलकर लड़ना चाहिए.’