नई दिल्ली/दि.३० –देश के विभिन्न राज्यों में कोरोना के अचानक बढ़ते मामले और ओमिक्रॉन वेरिएंट के बढ़ते खतरे को देखते हुए वैक्सीनेशन अभियान को तेज करने पर जोर दिया जा रहा है। इस बीच भारत बायोटेक का दावा है कि कोवैक्सिन के दूसरे और तीसरे चरण की स्टडी में 2 से 18 साल तक के वालंटिएर्स में सुरक्षित, सहनशील और इम्युनोजेनिक साबित हुआ है।
बता दें कि पिछले दिनों ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने भारत बायोटेक और आईसीएमआर की ओर से विकसित कोवैक्सीन को मंजूरी दी थी।
भारत बायोटेक की ओर से किए गए इस दावे को इस लिहाज से बहुत अच्छा माना जा सकता है क्योंकि बड़ी संख्या में लोग बच्चों के टीकाकरण को लेकर असहज महसूस कर रहे हैं। अब 2 साल से ऊपर के बच्चों के लिए कोवैक्सिन के सुरक्षित और इम्युनोजेनिक साबित होने पर टीकाकरण अभियान जोर पकड़ सकेगी। वहीं, ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के बीच केंद्र सरकार वैक्सीनेशन अभियान को तेज करने का निर्देश दे चुकी है।
बता दें कि पिछले दिनों सरकार की ओर से बच्चों पर टीकाकरण शुरू करने को लेकर मंजूरी भी दे दी गई है। क्रिसमस के दिन 25 दिसंबर की रात राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओमिक्रॉन वेरिएंट के खतरे को देखते हुए बूस्टर डोज के साथ 15 से 18 साल के बच्चों के टीकाकरण का ऐलान किया है। इससे पहले इसी दिन भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) ने भारत बायोटेक की कोवैक्सिन को बच्चों के लिए आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दी थी।
भारत के औषधि महानियंत्रक की ओर से मंजूरी दिए जाने के कुछ ही घंटों बाद प्रधानमंत्री मोदी ने बच्चों के टीकाकरण का ऐलान कर दिया। बच्चों का टीकाकरण नए साल की शुरुआत में यानी 3 जनवरी से पूरे भारत में शुरू कर दिया जाएगा। अभी 15 से 18 साल की आयु के बीच के बच्चों के लिए टीकाकरण शुरू किया जाएगा।