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दानवे ‘आउट’, श्रीकांत शिंदे ‘इन’

टीम मोदी’ में हो सकता है बडा फेरबदल

नई दिल्ली दि.12 – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रीमंडल में जल्द ही एक और फेरबदल दिखाई दे सकता है. ऐसे में ‘टीम मोदी’ में कौनसा नया चेहरा शामिल होता है और किसे मंत्रीमंडल से बाहर का रास्ता दिखाया जाता है, इसे लेकर अच्छी-खासी उत्सुकता देखी जा रही है. वहीं महाराष्ट्र को ेलेकर संभावना जताई जा रही है कि, संभवत: महाराष्ट्र में सीएम एकनाथ शिंदे गुटवाली शिवसेना के लिए इस बार लाटरी लग सकती है और यदि मंत्रीपद हेतु भाजपा सांसदों के लिए लगाए जाने वाले कडे मानकों को पीएम मोदी व्दारा परे रखा जाता है, तो सीएम शिंदे के पुत्र व सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे को केंद्रीय मंत्रीमंडल में स्थान मिल सकता है. वहीं दूसरी और महाराष्ट्र से केंद्रीय राज्यमंत्री रहने वाले रावसाहब दानवे को शायद मंत्रीमंडल से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है.
बता दे कि, पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार का दूसरा कार्यकाल खत्म होने के अंतिम चरण में देश के कर्नाटक, तेलंगणा, मध्यप्रदेश, छत्तिसगड, राजस्थान, मेघालय, नागालैंड, मिझोरम व त्रिपुरा राज्यों के विधानसभा चुनाव होने वाले है. ऐसे में वर्ष 2024 में होने वाले संसदीय चुनाव को ध्यान में रखते हुए सभी राज्यों के विधानसभा चुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन करने के उद्देश्य से मोदी मंत्रीमंडल में काफी फेरबदल किये जाने की विगत कुछ समय से चर्चा चल रही है. जिसके तहत माना जा रहा है कि, कर्नाटक, तेलंगणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश व छत्तिसगड के कुछ सांसदों को केंद्रीय मंत्रीमंडल में मौका मिल सकता है.
वहीं दूसरी ओर आगामी 16 व 17 जनवरी को भाजपा की केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक राजधानी नई दिल्ली में होने जा रही है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा का कार्यकाल आगामी 23 जनवरी को पूरा होने जा रहा है, लेकिन संभावना है कि, शायद उन्हें भाजपा अध्यक्ष के तौर पर पार्टी व्दारा दूसरा मौका दिया जाएगा. ऐसे संकेत हिमाचल प्रदेश में पार्टी को मिली हार के बाद बनते दिखाई दिया. इसके साथ ही आगामी 31 जनवरी से संसद बजट सत्र भी शुरु होने जा रहा है. जिसे लेकर पीएम मोदी व गृहमंत्री अमित शहा के बीच चर्चा पूर्ण हो जाती है, तो 15 से 20 जनवरी के दौरान केंद्रीय मंत्रीमंडल में काफी फेरबदल हो सकते है. जिसके तहत जिन मंत्रियों का कामकाज पार्टी नेतृत्व के हिसाब से समाधानकारक नहीं है. उन्हें बाहर का रास्ता दिखाकर पार्टी एवं सरकार व्दारा केंद्रीय मंत्रीमंडल में नए चेहरों को मौका दिया जा सकता है.

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