अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध हालत में मौत
फंदे से लटका मिला शव
नई दिल्ली/दि.२०-प्रयागराज में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी की संदिग्ध हालत में मौत हो गई है. उनका शव फांसी के फंदे से लटकता मिला. अल्लापुर स्थित बाघंबरी गद्दी के कमरे से उनका शव फंदे से लटका पाया गया. इस खबर से हड़कंप मचा हुआ है. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. मौके पर फिलहाल भारी पुलिस बल और आला अधिकारी मौजूद हैं. मठ के लोगों से पूछताछ कर रही है. जैसे ही आचार्य नरेंद्र गिरि की मौत की खबर मिली प्रयागराज के आईजी और डीआईजी तुरंत मौके पर पहुंच गए. आचार्य नरेंद्र गिरि प्रयागराज के नामी संत थे. उनकी मौत की खबर से अखाड़ा परिषद के सदस्यों समेत संत समाज के बीच शोक की लहर दौड़ गई. पुलिस आश्रम में मौजूद लोगों से पूछताछ कर रही है. आचार्य नरेंद्र गिरि की मौत पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि जी का ब्रह्मलीन होना आध्यात्मिक जगत की अपूरणीय क्षति है. भगवान उन्हें अपने चरणों में जगह दें. रविवार को महंत नरेंद्र गिरि से यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने मुलाकात की थी. कहा जा रहा है कि वह काफी दिनों से तनाव में थे. अब पुलिस उनकी मौत के कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रही है. महंत नरेंद्र गिरी का उनके शिष्य आनंद गिरि के साथ लंबे समय से विवाद रहा. उन्होंने आनंद गिरि को मठ से निकाल दिया था.हालांकि बाद में शिष्य ने गुरु के पैर छूकर माफी मांग ली थी. दोनों के बीच सुलह हो गई थी. महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी.
महंत नरेंद्र गिरि ने बीएसपी पर साधा था निशाना
महंत नरेंद्र गिरि ने हालही में यूपी के धार्मिक और तीर्थ क्षेत्रों में माांस और शराब की बिक्री पर रोक लगाए जाने पर खुशी जताई थी. उन्होंने हाल ही में बीएसपी के ब्राह्मण सम्मेलन को लेकर भी निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि तिलक, तराजू और तलवार… का नारा देने वाली पार्टी सियासी फायदे के लिए ब्राह्मण सम्मेलन कर रही है. उन्होंने बीएसपी से सवाल किया था कि जूते मारने की बात करने वाली पार्टी को अचानक ब्राह्मणों के सम्मान की बात कैसे याद आ गई.