जनरल रावत के साथ घटित हादसे पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का ऐलान
क्रैश की ट्राई सर्विस इंक्वायरी कराएगी सरकार

* क्रैश में एकमात्र जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण लाइफ सपोर्ट पर
* हेलिकॉप्टर का दोपहर 12:08 पर एटीसी से संपर्क टूट गया था
* स्थानीय लोगों के पहुंचने तक हेलिकॉप्टर में आग लग चुकी थी
* क्रैश से ठीक पहले बिपिन रावत का चॉपर * धुंध में बहुत नीचे उड़ रहा था
टूरिस्ट ने रिकॉर्ड किया वीडियो, सोशल मीडिया * पर हुआ जमकर वायरल
* हादसे का शिकार हुए चॉपर का ब्लैक बॉक्स भी मिला, बताएगा हादसे की वजह
नई दिल्ली/दि.9- गत रोज देश के पहले चीफ ऑफ डिफेन्स स्टॉफ (सीडीएस) तथा भारतीय थल सेनाध्यक्ष जनरल बिपीन रावत का हेलीकॉप्टर तमिलनाडू के कुन्नूर में हादसे का शिकार हो गया था. इस हेलीकॉप्टर में जनरल बिपीन रावत व उनकी पत्नी सहित कुल 14 लोग सवार थे. जिसमें से कैप्टन वरूण सिंह के अलावा अन्य सभी की मौके पर ही मौत हो गई. इस हादसे की जानकारी सामने आते ही समूचे देश में हडकंप व्याप्त हो गया. वहीं इस हादसे को लेकर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज संसद में बयान देते हुए ऐलान किया कि, सरकार द्वारा इस हेलीकॉप्टर क्रैश की ट्राई सर्विस इंक्वायरी करायी जायेगी. इस हादसे का शिकार हुए सभी लोगों को संसद में श्रध्दांजलि देते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में बताया कि हादसे में बचे अकेले शख्स ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को वेलिंगटन के मिलिट्री हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है. वे लाइफ सपोर्ट पर हैं और उन्हें बचाने की कोशिशें जारी हैं.
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आज संसद में इस हादसे पर करीब 4 मिनट तक अपना बयान देते हुए कहा कि, कल दोपहर 12.08 बजे सीडीएस जनरल बिपीन रावत के हैलीकॉप्टर का संपर्क एअर ट्राफिक कंट्रोल से टूट गया था. इसके बाद वह क्रैश हो गया. इस हैलीकॉप्टर को नीचे जमीन पर गिरते कई लोगों ने देखा और कुछ लोगों ने इस हादसे की अपने मोबाईल पर वीडियो रिकॉर्डिंग भी की. पश्चात हादसे की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग जब घटनास्थल पर पहुंचे, तो उस समय तक हेलिकॉप्टर में भीषण आग लग गई थी. इसके बाद मौके पर रेस्क्यू टीमें मौके पर भेजी गईं. किंतु उस समय तक 14 में से 13 लोगों की बुरी तरह जल जाने के चलते मौत हो चुकी थी. वहीं हादसे में बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को वेलिंगटन के अस्पताल में भर्ती किया गया है, जहां वे लाइफ सपोर्ट पर हैं.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूरे घटनाक्रम को लेकर संसद में जानकारी दी कि, जनरल रावत वेलिंग्टन के डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज में पहले से शेड्यूल्ड टूर पर थे. कल 11 बजकर 48 मिनट पर उनके हेलिकॉप्टर ने टेक ऑफ किया. उन्हें 12 बजकर 15 मिनट पर लैंड करना था, लेकिन 12 बजकर 08 मिनट पर उनके हेलिकॉप्टर का एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क टूट गया और लगभग इसी समय यह हैलीकॉप्टर नीलगिरी के जंगलों में क्रैश कर गया. स्थानीय लोग हादसे वाली जगह पर पहुंचे, उन्होंने मिलिट्री हेलिकॉप्टर को जलते हुए देखा. टीमें भी पहुंचीं, उन्होंने क्रैश साइट से सैन्य अधिकारियों को रिकवर करने की कोशिश की. रेस्क्यू के बाद घायलों को वेलिंग्टन के मिलिट्री अस्पताल पहुंचाया गया. यहां सीडीएस रावत और उनकी पत्नी सहित तेरह लोगों की मौत की पुष्टि हो गई. पश्चात तुरंत ही एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी को कल ही मौके पर भेज दिया गया था. साथ ही एयर मार्शल रामेंद्र सिंह के नेतृत्व में जांच के आदेश दे दिए हैं.
* कल दिल्ली में निकाली जाएगी अंतिम यात्रा
उधर तमिलनाडु के हेलिकॉप्टर हादसे में मारे गए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित अन्य सभी मृतकों के शव मद्रास रेजीमेंट सेंटर लाए गए हैं. यहां से सीडीएस बिपीन रावत और मधुलिका की पार्थिव देह दिल्ली लाई जाएगी. जहां पर कल शुक्रवार 10 दिसंबर को उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा. जनरल बिपिन रावत की पार्थिव देह आज उनके दिल्ली स्थित घर पहुंच जाएगी और शुक्रवार सुबह 11 से दोपहर 2 बजे के बीच लोग रावत के दिल्ली स्थित घर पर अंतिम दर्शन कर सकेंगे. इसके बाद कामराज मार्ग से बरार चौराहे तक शवयात्रा निकाली जाएगी. दिल्ली कैन्टोन्मेंट में अंतिम संस्कार होगा.
* शौर्य चक्र से सम्मानित हैं हादसे में बचे वरुण सिंह
हेलिकॉप्टर क्रैश में एकमात्र जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का शरीर इस हादसे में बुरी तरह झुलस गया है. वे वेलिंगटन के मिलिट्री अस्पताल में भर्ती हैं. पिछले साल तेजस फाइटर जेट उड़ाते वक्त उन्हें बड़ी तकनीकी दिक्कत का सामना करना पड़ा था, पर उन्होंने साहस नहीं खोया और विमान को सुरक्षित लैंड कराया था. इसके लिए उन्हें शौर्य चक्र से नवाजा गया था.
* हैलीकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स मिला, हादसे की वजह सामने आएगी
इसी बीच यह खबर भी सामने आयी है कि कुन्नूर में हादसे वाली जगह से हैलीकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है. इससे ही हादसे की असल वजह सामने आ पाएगी. बता दें कि, ब्लैक बॉक्स स्टील या टाइटेनियम से बनी इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्डिंग डिवाइस होता है, जो विमान के क्रैश होने पर जांचकर्ताओं को हादसे की वजह जानने में मदद करता है. सबसे खास बात यह है कि, भले ही इसे ब्लैक बॉक्स कहा जाता है, किंतु रंग काला नहीं, बल्कि ऑरेंज होता है.
* दुर्घटना में इनकी हुई मौत
गत रोज हादसे का शिकार हुए चॉपर में सीडीएस जनरल बिपीन रावत व उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पीएस चौहान, स्क्वॉड्रन लीडर के सिंह, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार, लांस नायक बी. साई तेजा, जूनियर वारंट ऑफिसर दास, जूनियर वारंट ऑफिसर ए प्रदीप और हवलदार सतपाल सवार थे. इन सभी का निधन हो गया है. वहीं हादसे में ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह बुरी तरह घायल होने के बावजूद एकमात्र जीवित बचे है.
* धुंध में बहुत नीचे उड़ रहा था हैलीकॉप्टर, वीडियो आया सामने
गत रोज इस हादसे के बाद चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के हेलिकॉप्टर हादसे का एक नया वीडियो गुरुवार को सामने आया, जिसे क्रैश से ठीक पहले का बताया जा रहा है. इसे नीलगिरी के जंगलों में एक टूरिस्ट ने अपने मोबाइल से रिकॉर्ड किया था. इसमें दिख रहा है कि चॉपर धुंध के बीच बहुत नीचे उड़ रहा है. वीडियो कुछ सेकेंड का है. ऐसा कहा जा रहा है कि इसके कुछ ही सेकेंड्स के बाद ही चॉपर पेड़ों से जा टकराया. जिसके बाद इस हैलिकॉप्टर में भीषण आग लग गई. जिसके चलते इसमें सवार सभी लोग बुरी तरह से झुलस गये और इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई.
* कुछ चश्मदीद भी आये सामने, हादसे का दिया ब्यौरा
इससे पहले कुछ चश्मदीद भी सामने आए थे. इनके मुताबिक हेलिकॉप्टर तेजी से पेड़ों पर गिरा. इसके बाद उसमें आग लग गई. एक और चश्मदीद का कहना था कि उसने जलते हुए लोगों को गिरते देखा. घटना के एक चश्मदीद कृष्णास्वामी ने बताया था- ’मैं अपने घर में था. तभी एक तेज आवाज सुनाई दी. बाहर आकर देखा तो एक हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ था. यह एक के बाद एक दो पेड़ों से टकराया. इसके बाद उसमें आग लग गई. मैंने दो या तीन लोगों को हेलिकॉप्टर से निकलते भी देखा, इनके शरीर में आग लगी हुई थी. मैंने उस इलाके में रहने वाले लोगों को बुलाया और मदद की कोशिश की. इसके बाद फायर ब्रिगेड और इमरजेंसी सर्विसेज को सूचना दी गई.
* समूचे देश में शोक की लहर, जांच की मांग
हादसे के बाद से ही पूरे देश में शोक की लहर है. वैसे तो हादसे की वजह खराब मौसम और लो विजिबिलिटी को माना जा रहा है, लेकिन असल वजह जांच पूरी होने के बाद ही सामने आ पाएगी. चूंकि ये सेना का हेलिकॉप्टर था, इस वजह से इसकी जांच भी सेना की निगरानी में ही होगी, इसे कोर्ट ऑफ इंक्वायरी कहा जाता है. जांच दल में सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही टेक्निकल टीम भी शामिल होंगी. इसमें स्थानीय पुलिस की भी मदद ली जा सकती है. वहीं रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी कहा है कि हादसे की ट्राई सर्विस इन्क्वायरी एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह की अगुआई में की जाएगी. सिंह इंडियन एयर फोर्स की ट्रेनिंग कमांड के कमांडर हैं और वे खुद भी हेलिकॉप्टर पायलट हैं.
* कैसे की जाएगी जांच?
जांच दल का गठन होने के बाद पहला काम क्रैश साइट के इन्वेस्टिगेशन का होगा. जांच दल हादसे की जगह पर जाएगा और जहां हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ, उस इलाके की बारीकी से जांच करेगा. आसपास की जगहों से हैलीकॉप्टर का छोटे से छोटा मलबा कलेक्ट किया जाएगा, हेलिकॉप्टर के मलबे को इकट्ठा कर उसके एक-एक टुकड़े की जांच होगी. इसके साथ ही पूरे सीन का रीकंस्ट्रक्शन, फोटो और वीडियो की जांच, चश्मदीद गवाहों के बयान भी लिए जायेंगे.