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धड़ल्ले से बिक रहे प्रतिबंधित एचटीबीटी कपास के बीज

राज्य के 12 जिलों में इसी साल दर्ज हुई 40 एफआईआर

नई दिल्ली/दि.२२ – देशभर में प्रतिबंध के बावजूद हर्बीसाइट टॉलरेंट बीटी (HTBT) कपास बीजों की बिक्री का गोरखधंधा महारष्ट्र सहित कई प्रदेशों में धड़ल्ले से चल रहा है. केंद्र सरकार ने माना कि इन प्रदेशों में गैरकानूनी एचटीबीटी कपास बीजों की बिक्री के कई मामले सामने आए हैं.
इनमें सबसे अधिक बीज महामराष्ट्र में पकड़े गए हैं. मंत्री ने लोकसभा में माना कि महाराष्ट्र ही नहीं बल्कि गुजरात में भी वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान चार जनपदों में कपास की अवैध फसल की बिक्री के पांच मामले सामने आए थे. इनमें भी सभी आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी.
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2020-21 में ही महाराष्ट्र में विदर्भ के यवतमाल, अमरावती, नागपुर, वर्धा, चंद्रपुर, गढ़चिरोली, बुलढाणा के अलावा नंदूरबार, जलगांव, धुलेे, बीड़ और जालना जनपदों में कुल 12,148 पैकेट बंद तथा लगभग 115 लाख रु पए मूल्य के 1293 किलोग्राम बीज जब्त किए जा चुके हैं. अवैध कपास बीजों के मामले में दोषियों के खिलाफ 40 प्राथमिकियां भी दर्ज की गई हैं.
एक सवाल के लिखित जवाब में मंत्री ने बताया कि तेलंगाना के सीमावर्ती अदिलाबाद, मंचेरियाल और आसिफाबाद जैसे जनपदों से ऐसे बीज लाए जाने की सूचना मिली है. पुलिस ऐसे मामलों में लोगों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर रही है.
तोमर के अनुसार ऐसे अवैध कपास बीजों की बिक्री के मामलों पर एक अंतरमंत्रालयी निरीक्षण तथा वैज्ञानिक समिति बनाई गई थी. इस समिति ने तत्काल, अल्पकालिक तथा मध्यकालिक कार्रवाई का सुझाव दिया. इसके अतिरिक्त कपास उगाने वाले राज्यों को इस बारे में निर्देश भी जारी किए गए हैं.
मंत्री ने हालांकि महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों में अवैध रसायन तथा कीटनाशकों की बिक्री से साफ इनकार किया. प्रतिबंधित रसायनों तथा कीटनाशकों की बिक्री के सवाल पर भी कृषि मंत्री ने जवाब दिया. उन्होंने आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, उत्तराखंड, पंजाब, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, केरल, ओडिशा, गोवा, मेघालय तथा मिजोरम की राज्य सरकारों के हवाले से बताया कि इस तरह की कोई घटना नहीं हुई है. मंत्री ने यह भी बताया कि महाराष्ट्र, गुजरात तथा तेलंगाना में अवैध रसायनों की बिक्री की घटना नहीं हुई है.

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