श्रद्धालुओं ने 20 सालों में चढ़ाया 1800 किलो सोना
4700 किलो चांदी और 2000 करोड़ से ज्यादा की नकदी
जम्मू/दि. २३ – हिंदुओं ने अपनी आराध्य देवी को दिल खोलकर चढ़ावा चढ़ाया है. एक आरटीआई से खुलासा हुआ है कि पिछले 20 सालों में श्रद्धालुओं ने माता वैष्णो देवी मंदिर में 1800 किलो सोना चढ़ाया है. इस दौरान उन्होंने 4700 किलो चांदी भी चढ़ाई है, तो 2,000 करोड़ रुपये नकद भी माता वैष्णो देवी को चढ़ावे में मिले हैं. खास बात ये है कि पिछले साल कोरोना महामारी की वजह से धार्मिक गतिविधियों पर रोक लग गई थी, इसलिए श्रद्धालुओं की संख्या भी कम रही. लेकिन उसके बाद से लगातार श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती ही गई.
हमारी सहयोगी वेबसाइट इंडिया.कॉम की खबर के मुताबिक, आरटीआई के पूछे गए सवाल के जवाब में माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने पूरी जानकारी दी है. श्राइन बोर्ड ने बताया कि औसतन हर साल मंदिर में 90 किलो से ज्यादा सोना चढ़ाया गया और पिछले 20 सालों के हिसाब में पता चला है कि मंदिर को 1800 किलो सोना मिला है. इसी तरह से हर साल औसतन 200 किलो से भी ज्यादा चांदी के सिक्के, मुकुट और आभूषण भी श्रद्धालुओं ने भेंट किए हैं.
कटरा के त्रिकुटा पर्वत पर स्थित वैष्णो देवी मंदिर की देखरेख माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड करता है. ये बोर्ड भारत के अमीर श्राइन बोर्ड में से एक है. उत्तर भारत में किसी भी धार्मिक स्थल पर इतना चढ़ावा नहीं चढ़ता, जितना वैष्णो देवी मंदिर में चढ़ता है. यही वजह है कि समय के साथ भारत सरकार ने भी यहां सुविधाएं बढ़ाई हैं और अब कटरा तक रेलवे की सेवा भी मिलने लगी है.
आरटीआई से हुए खुलासे के मुताबिक साल 2000 में 50 लाख लोगों ने माता वैष्णो देवी के दर्शन किये थे. वहीं साल 2018, 2019 में ये संख्या 80 लाख थी. लेकिन 2011, 2012 में लगातार एक करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने कटरा का रुख किया था. हालांकि पिछले साल कोरोना महामारी की वजह से सिर्फ 17 लाख लोग ही मंदिर पहुंचे थे.
हिंदू धर्म में वैष्णो देवी मंदिर का विशेष महत्व है. ये मंदिर त्रिकुटा पर्वत की चोटी पर स्थित है. जो जम्मू के कटरा में पड़ता है. वैष्णो देवी धाम को देवी दुर्गा के 108 शक्तिपीठों में सबसे अहम माना जाता है. यहां दर्शन के लिए कटरा से वैष्णो देवी मंदिर के लिए 12 किमी की चढ़ाई करनी पड़ती है. हालांकि समय के साथ काफी सुविधाओं का विस्तार हुआ है.