कोलकाता/दि.१४ – चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने सोमवार को कहा कि थल सेना, नौसेना और वायुसेना के एकीकरण में दिक्कतें तो आ रही हैं लेकिन इसमें आ रही दिक्कतों को दूर किया जा रहा है. कई दशकों के बाद हो रहे सबसे बड़े सैन्य सुधार यानी तीनों सेनाओं के एकीकरण की शुरुआत इसी वर्ष की गई ताकि खर्च में कमी लाई जा सके और मानव संसाधन को युक्तिसंगत बनाया जा सके. साथ ही यह सुनिश्चित किया जा सके के सशस्त्र बल एक इकाई के रूप में लड़ें. कोलकाता में एक कार्यक्रम में जनरल रावत ने कहा, तीनों सेनाओं को एकीकृत करने के लिए हमें एक-दूसरे की सेवाओं को समझना होगा.
उन्होंनें कहा, अब चूंकी एकीकरण हो रहा है और हम धीरे धीरे उस दिशा में बढ़ रहे हैं, मुझे लगता है कि हम कुछ ऐसे मुद्दों को हल करने में सक्षम हैं जो कि दांव पर थे. जनरल रावत ने इसी वर्ष जनवरी में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का पदभार संभाला था और उन्हें सैन्य बलों के एकीकरण और उनके बीच समन्वय को बेहतर करने का भारी भरकम काम सौंपा गया था. वह प्रस्तावित सैन्य मामलों के विभाग के प्रमुख भी थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा था, यह एक अहम और व्यापक सुधार था जो हमारे देश को आधुनिक युद्ध की बदलती चुनौतियों का सामना करने में मदद करेगा.
कोलकाता में जीआरएसई द्वारा प्रोजेक्ट 17ए के तहत निर्मित रडार की नजरों से बच सकने वाले पहले पोत के जलावतरण के मौके पर प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने कहा, जमीन पर, हवा या समुद्र में – कहीं भी संघर्ष की स्थिति में एकीकरण की आवश्यकता होती है. उन्होंने कहा, केवल बेहतरीन तालमेल के साथ काम करने से सैन्य बलों को देश की पारंपरिक क्षमताओं का सदुपयोग करने में मदद मिलेगी.
सीडीएस जनरल रावत ने कहा, सभी सेवाएं अपनी आला क्षमताओं को बरकरार रखेंगी. उन्होंने कहा, हर सेवा को समझना होगा कि हमें एक-दूसरे का पूरक बनना है. हम अकेले काम नहीं कर सकते. चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ कई थिएटरों कमानों के गठन का सुझाव देने वाले प्रस्तावों को देख रहे थे, जिनकी सही संख्या तय नहीं की गई थी.
एक वेस्टर्न थिएटर कमांड और कम से कम एक उत्तरी थिएटर कमांड का गठन होना है. एक पूर्वी थिएटर कमांड जो संभवत: चीन के साथ लगते सीमावर्ती क्षेत्रों को कवर करेगी और एक प्रायद्वीप थिएटर कमांड हो सकती है. एक एयर डिफेंस कमांड और स्पेस कमांड और एक बहु-सेवा लॉजिस्टिक्स कमांड और ट्रेनिंग कमांड भी विचाराधीन थे.