‘आरोपों पर न दें ध्यान’
केंद्र और राज्य सरकार में चल रहे विवाद के बीच उद्धव ठाकरे से बोले पीएम मोदी
नई दिल्ली/दि.९ – कोरोना का बढ़ता संक्रमण और वैक्सीन की कमी को लेकर राज्य सरकार और केंद्र सरकार के बीच वाद-विवाद बढ़ता जा रहा है. उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली राज्य सरकार का कहना है कि केंद्र सरकार द्वारा जरूरत के हिसाब से वैक्सीन उपलब्ध नहीं करवाई जा रही है. इस वजह से वैक्सीन की कमी का संकट सामने आ रहा है. कई वैक्सीन सेंटरों में वैक्सीन खत्म हो गई हैं और वैक्सीनेशन के लिए आए लोगों को वापस लौटना पड़ रहा है. जबकि केंद्र सरकार और राज्य का विपक्ष यह आरोप लगा रहा है कि राज्य सरकार वैक्सीन मैनेजमेंट में असफल रही है और केंद्र के पाले में गेंद डालकर अपनी जिम्मेदारियों से हाथ झटक रही है.
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक बड़ा बयान सामने आया है. पीएम मोदी ने अपने संदेश में स्पष्ट किया है कि कोरोना महामारी से जारी इस लड़ाई में वे किसी तरह के राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप को समर्थन नहीं देते हैं. पीएम मोदी ने करोना स्थिति पर मुख्यमंत्री ठाकरे से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गुरुवार को संवाद साधा.
पीएम मोदी ने इस मौके पर कहा, ‘कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या के बीच राज्यों में एक तरह से प्रतिस्पर्द्धा शुरू हो गई है. यह राज्य पूरी तरह से नाकाम हो रहा है, तो वह राज्य अच्छा काम कर रहा है. इस तरह से राज्यों की तुलना करना आजकल एक फैशन बन गया है.’ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने ठाकरे सरकार द्वारा वैक्सीन की उपलब्धता में कमी को लेकर केंद्र सरकार पर की गई टिप्पणी का जवाब दिया था. उन्होंने कहा था कि देश कोरोना से लड़ाई में एक राज्य की वजह से चूक रहा है. इन आरोप-प्रत्यारोपों के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने यह बयान दिया है.
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‘आरोपों पर ध्यान दिए बिना काम पर ध्यान लगाएं’
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद साधते हुए पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को सलाह दी कि वे आरोपों पर ध्यान ना दें, बल्कि अपने कामों पर ध्यान दें. पीएम मोदी ने कहा, ‘अगर कोरोना के मरीजों की संख्या ज्यादा आए तब भी आप ज्यादा चिंता ना करें. रोगियों की संख्या ज्यादा होने का मतलब आपका काम खराब है, इस दबाव में ना आएं. मैं अब भी आपसे टेस्टिंग पर ध्यान देने की राय दूंगा. संक्रमितों की संख्या बढ़ने का मतलब हमारा काम खराब है, ऐसा विचार करने की जरूरत नहीं है. आप टेस्टिंग बढ़ाएंगे तो संक्रमितों की संख्या और बढ़ती हुई दिखाई देंगी.’ इन लहजों में पीएम नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को आश्वस्त किया.
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‘टेस्टिंग बिना टारगेट संभव नहीं’
यानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर एक बार फिर टेस्टिंग बढ़ाने पर जोर दिया. उन्होंने आगे कहा, ‘कोरोना से लड़ाई में टेस्टिंग ही एकमात्र रास्ता है. 70 प्रतिशत क्रञ्ज-क्कष्टक्र टेस्ट करने का अपना टारगेट है. टेस्टिंग में कुछ अधिकारियों की तरफ से आलस्य की रिपोर्ट मेरे पास आई है. टेस्टिंग किए बिना योग्य परिणाम नहीं आएंगे.’
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11 से 14 अप्रैल तक वैक्सीन महोत्सव
कोरोना का फैलाव युद्ध स्तर पर रोकने के लिए अगले दो-तीन हफ्ते पूरी मजबूती से कोशिश करनी होगी. मुख्यमंत्रियों के साथ अपने संवाद में पीएम मोदी ने स्पष्ट रूप से यह कहा. ज्यादा से ज्यादा योग्य लाभार्थियों को वैक्सीन उपलब्ध करवाने के लिए पीएम मोदी ने 11 से 14 अप्रैल तक वैक्सीन महोत्सव के आयोजन का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि कोई राजनीति ना करे. मुख्यमंत्री केंद्र सरकार के साथ समन्वय करेंगे तो हम सब मिलकर कोरोना को मात दे सकते हैं. उन्होंने 45 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन उपलब्ध करवाने का मकसद दोहराया.
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कोरोना पर राजनीति करने वालों को समझाएं- उद्धव ठाकरे
कोरोना के खिलाफ लड़ाई में महाराष्ट्र कहीं से पीछे ना कभी था, ना कभी रहेगा यह दावा करते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यह विनती की कि वे सभी पार्टियों के नेताओं को समझाएं कि वे कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई के बीच में राजनीति ना लाएं. कोरोना कंट्रोल करने के लिए बड़े पैमाने पर टेस्टिंग बढ़ाई गई है, इन्हें हम और बढ़ा रहे हैं. लेकिन केंद्र भी वैक्सीन की उपलब्धता बढ़ाए और राज्य को आक्सीजन और वैंटिलेटर्स की कमी से निपटने में सहायता करें. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री मोदी से यह मांग रखी.