नई दिल्ली/ दि.२ – मध्यप्रदेश में दिल दहला देने वाली एक घटना घटीत हुई है. ससुर और साली से त्रस्त होकर एक डॉक्टर ने घातक कदम उठाया है. आत्महत्या करते हुए अपनी जान दे दी. डॉक्टर की चार पन्ने की सुसाईड नोट से परिसर में खलबली मची हुई है. ‘मुझे जीना था, लेकिन उन्होंने मुझे नहीं जीने दिया’ ऐसा भी उन्होंने कहा है. मध्यप्रदेश के ग्वालेर निवासी डॉ.गौरव गुप्ता ने जहरिला इंजेक्शन लगाकर आत्महत्या की. पुलिस को घटनास्थल पर गौरव ने लिखी हुई चार पन्ने की सुसाईड नोेेट और जहरिला इंजेक्शन मिला है. सुसाईड नोट से सनसनीखेज खुलासा किया गया है. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.
डॉ.गौरव कुमार गुप्ता यह रेलवे में बतौर डॉक्टर कार्यरत थे. आमतौर पर आठ वर्ष पहले उनका विवाह डॉ.अनिल गुप्ता की बेटी शैली गुप्ता के साथ हुआ था. डॉ.गौरव गुप्ता और उनकी पत्नी शैली के बीच विवाद होते थे, लेकिन शैली के पिता डॉ.अनिल गुप्ता व शैली की बहन नेहा उन्हें मानसिक रुप से प्रताडित करती थी. तलाक के कागजादों पर हस्ताक्षर करने के लिए दबाव डाला था. अपने परिजनों को पुलिस केस में फंंसाने की धमकी देती थी, यही त्रासदी अब सहन नहीं होती, ऐसा डॉ.गुप्ता ने सुसाईड नोट में स्पष्ट किया हेै.
डॉ.गुप्ता ने सुसाईड नोट में अपने ससुर व साली उन्हें कैसे मानसिक रुप से प्रताडित करते थे, इस बाबत विस्तृत जानकारी दी है. विवाह से लेकर तो आज तक की अनेक बातों का उल्लेख किया है.चार पन्नों में उन्होंने पत्नी शेैली के लिए सबकुछ सहन करने के बात कही है. मुझे जीना था, लेकिन इन लोगों ने नहीं जीने दिया, मुझे आत्महत्या करने मजबूर किया गया है, इसके लिए ससुर, शाली व पत्नी शैली को भी कडी सजा होनी चाहिए, ऐसा उन्होंने इस सुसाईड नोट में कहा है. डॉ.गुप्ता सोमवार रात अपने मित्र महेंद्र के नर्सिंग होम में गए, रात में वहीं पर एक कमरे में रहे थे. उसके बाद उन्होंने आत्महत्या की है. एक हिंदी वेबसाईड में इस बाबत की खबर दी है.