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200 करोड की संपत्ति दान, अब भिक्षा मांगकर करेंगे गुजारा

संन्यासी दम्पति गुजरात के करोडपति उद्योजक

* जैन धर्म के मुताबिक 22 अप्रैल को लेगे दीक्षा
नई दिल्ली/दि.15– जीवन में पैसा काफी महत्वपूर्ण है. लेकिन कुछ लोगों को भौतिक सुख का मोह नहीं रहता. शाश्वत जीवन का त्याग करने की अनेक कथा हमने सुनी होगी, लेकिन प्रत्यक्ष में कदाचित ही वह देखने मिलती है. हाल ही में गुजरात के एक करोडपति उद्योगपति ने ऐसी कहावत को सच में बदला है. इस करोडपति उद्योगपति ने जीवनभर कमाई करोडों रुपए की संपत्ति दान कर संन्यास लेने का साहसिक निर्णय लिया है. गुजरात के एक व्यापारी परिवार ने जीवनभर की कमाई दान कर सभी का ध्यान केंद्रीत कर लिया है. जैन धर्म के भंडारी दम्पत्ति 22 अप्रैल को गुजरात के हिम्मतनगर में दीक्षा लेनेवाले है.

गुजरात के साबरकांठा जिले के हिंमतनगर निवासी भावेशभाई भंडारी ने अपनी पत्नी के साथ करीबन 200 करोड रुपए की संपत्ति दान कर भौतिक जीवन का त्याग करने और शेष जीवन संन्यासी के रुप में रहने का निर्णय लिया है. उद्योगपति दम्पति के इस निर्णय के कारण अनेको को आश्चर्य हुआ है. भंडारी दम्पति के इस कदम पर आश्चर्य व्यक्त करनेवाली पोस्ट से सोशल मीडिया खचाखच भर गई है.

* कौन है भावेश भंडारी
साबरकांठा के संपन्न परिवार के भावेशभाई भंडारी सभी सुखसुविधा और ऐशोआराम में छोटे से बडे हुए. साबरकांठा और अहमदाबाद में निर्माण व्यवसाय से संबंधित भावेश का व्यवसाय था. भंडारी परिवार जैन समाज से लंबे समय से संबंधित है. यह समुदाय अनेक बार भिक्षु और भक्तो से संबंधित रहा है. अब भावेशभाई और उनकी पत्नी ने पंखे, एसी और मोबाईल फोन सहित सभी भौतिक संपत्ति का त्याग कर तपस्वी जीवन जीने का निर्णय लिया है.

* बेटे ने पहले ही ली है दीक्षा
भावेशभाई के बेटे ने भौतिक जीवन से संन्यास लिया है. 2022 में उनके 16 वर्षीय बेटे और 19 वर्षीय बेटी ने दीक्षा ली है. उनके बेटे की पसंद से प्रेरित होकर भावेश और उनकी पत्नी ने भी आध्यात्मिक मार्ग पर चलने का निर्णय लिया है.

* हिम्मतनगर में जोरदार शोभायात्रा
दीक्षा दिन निमित्त पति और पत्नी की शोभायात्रा निकाली गई. शोभायात्रा में बडी संख्या में समाजबंधू शामिल हुए. 22 अप्रैल को उनकी औपचारिक दीक्षा होनेवाली है. इस दिन हिम्मतनगर रिवर फ्रंट पर एकसाथ 35 लोग दीक्षा लेनेवाले है. उसमें भावेश भंडारी और उनकी पत्नी का भी समावेश है.

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