* 29 वर्ष पुरानी भयावह यादें हुई ताजा
लातुर/दि.19 – करीब 29 वर्ष पहले 30 सितंबर 1993 को मराठवाडा क्षेत्र के लातुर जिला अंतर्गत किल्लारी में काफी तीव्रता वाला प्रलयंकारी भुकंप आया था. जिसकी यादें आज 29 वर्ष बाद उस समय ताजा हो गई. जब लातुर में दोपहर 2.07 बजे भुकंप के झटके महसूस किये गये. यह भुकंप किल्लारी सहित करीब 5 किमी के दायरे में रहने वाले परिसर में महसूस हुआ है और इस भूकंप का केंद्र किल्लारी को ही बताया गया है. रिक्टर पैमाने पर इस भुकंप की तीव्रता 2.4 दर्ज की गई है.
बता दें कि, 29 वर्ष पूर्व 30 सितंबर 1993 को किल्लारी में आए भुकंप के चलते सरकारी आंकडों के मुताबिक 7 हजार 928 लोगों की मौत हो गई थी. जिसमें से कई लोगों के शव तक नहीं मिले. इसके पश्चात प्रतिवर्ष किल्लारी में 30 सितंबर तक काला दिवस मनाया जाता है और सभी तरह के व्यवहार बंद रखते हुए भुकंप में मारे गये लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है. साथ ही किल्लारी में बनाए गए स्मारक पद अभिवादन कार्यक्रम किया जाता है. उस समय भुकंप की तीव्रता को मापने हेतु किल्लारी में भुकंप मापक यंत्र भी लगाया गया था, जो काफी पहले बंद हो गया है. जबकि 1993 से लेकर अब तक किल्लारी में हजारों बार भुकंप के छोटे-बडे झटके महसूस हो चुके है. जिनमें से अधिकांश की तीव्रता लातुर में लगे भुकंपमापक यंत्र पर दर्ज ही नहीं हो पाई है.