चुनाव आयुक्त अशोक लवासा ने दिया इस्तीफा
(ashok lavasa) राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सौंपा अपना पत्र
नई दिल्ली/दि.१८ – बिहार चुनाव से पहले चुनाव आयुक्त अशोक लवासा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. लवासा ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. लेकिन अब तक यह साफ नहीं हो पाया है कि राष्ट्रपति ने उनका इस्तीफा स्वीकार किया है या नहीं. पता चला है कि अशोक लवासा ने राष्ट्रपति से ३१ अगस्त तक उन्हें पद से मुक्त करने की गुजारिश की है. राष्ट्रपति के प्रेस सचिव ने बताया कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है. लवासा २०१९ लोकसभा चुनाव के दौरान चर्चा में आए थे. उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी और पूर्व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को आचार संहिता के उल्लंघन मामले में क्लीन चीट मिलने का विरोध जताया था. चुनाव के कुछ समय बाद ही लवासा, उनकी पत्नी और उनके बेटे के खिलाफ आयकर विभाग का नोटिस भेजा गया था. लवासा का निर्वाचन आयोग में अपने कार्यकाल में अभी दो साल से अधिक का समय बचा है. वह अक्टूबर २०२२ में मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) के रूप में सेवानिवृत्त होते. बता दें कि जुलाई मध्य में बहुपक्षीय वित्त पोषण एजेंसी एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने एलान किया था कि चुनाव आयुक्त अशोक लवासा को निजी क्षेत्र और सार्वजनिक-निजी साझेदारी के क्षेत्र से जुडे कामकाज के लिए अपना उपाध्यक्ष नियुक्त किया है. एडीबी ने एक बयान में कहा, ‘‘वह वर्तमान में भारत के चुनाव आयुक्तों में से एक हैं और पूर्व में भारत के केंद्रीय वित्त सचिव, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय में सचिव और नागर विमानन मंत्रालय के सचिव सहित कई वरिष्ठ पदों पर कार्य कर चुके हैं. लवासा एडीबी में दिवाकर गुप्ता का स्थान लेंगे जिनका कार्यकाल ३१ अगस्त को समाप्त होने जा रहा है.