कोविड गाइडलाइन का पालन नहीं हुआ तो चुनावी रैलियों पर रोक
राजनीतिक दलों को चुनाव आयोग की चेतावनी
नई दिल्ली/दि.१० – कोरोना वायरस के मामले बढ़ने के बीच चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों के नेताओं और स्टार प्रचारकों के मास्क लगाए बिना प्रचार करने के मामलों को उठाते हुए चेतावनी दी है. आयोग का कहना है कि अगर उसके पिछले साल जारी कोविड दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किया जाता तो उसे रैलियों पर रोक लगाने में संकोच नहीं होगा. देश में लगातार कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. ऐसे में राजनीतिक दलों को रैली के दौरान कोरोना गाइडलाइन का खास ध्यान रखना होगा.
सभी मान्यताप्राप्त राजनीतिक दलों के नेताओं को शुक्रवार को लिखे पत्र में आयोग ने कहा, ‘‘व्यापक रूप से विदित है कि पिछले कुछ सप्ताहों में कोविड-19 के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। हालांकि आयोग के संज्ञान में चुनावी सभाओं/प्रचार के ऐसे मामले आए हैं जहां सामाजिक दूरी, मास्क पहनने जैसे नियमों का उल्लंघन किया गया और आयोग के दिशा-निर्देशों की अवज्ञा की गई. चुनावी सभाओं में शामिल लोगों को खतरें में डाल रहे नेता
आयोग के पत्र में स्टार प्रचारकों और राजनीतिक दलों के नेताओं या उम्मीदवारों के कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन न करने के मामलों की ओर इशारा किया गया है, जिनमें मंचों पर या प्रचार करते हुए खुद नेताओं द्वारा मास्क नहीं पहनना शामिल है. पत्र के अनुसार ऐसा करके राजनीतिक दल और उम्मीदवार खुद को और इन चुनावी सभाओं में शामिल हो रहे लोगों को भी संक्रमण के गंभीर खतरे में डाल रहे हैं.
चुनाव आयोग ने कहा कि उल्लंघन होने पर उम्मीदवारों, स्टार प्रचारकों या राजनीतिक दलों के नेताओं की जनसभाओं, रैलियों पर आगे किसी अन्य सूचना के बिना पाबंदी लगाने में संकोच नहीं करेगा. दिल्ली हाई कोर्ट ने बृहस्पतिवार को चुनाव प्रचार करने के दौरान मास्क के उपयोग पर आयोग और केंद्र सरकार से जवाब मांगा.