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प्रत्येक व्यक्ति वर्ष में 24 किग्रा तेल खा रहा

भोजन में ज्यादा तेल से मोटापा, हार्ट और पेट से संबंधित बीमारियां बढ रही

* खाद तेलों में सबसे ज्यादा पाम आयल की खपत
नई दिल्ली / दि. 23 – देश में प्रति व्यक्ति खाद्य तेल की खपत 20 साल में लगभग 3 गुना बढ गई है. इससे खाद तेल के आयात पर निर्भरता के साथ ही मोटापा तथा हार्ट, पेट संबंधित बीमारियां भी बढ रही है. ताजा आंकडो के अनुसार 2001 मेें प्रति व्यक्ति खाद तेल की सालाना खपत 8.2 कि.ग्रा थी. जो बढकर 23.5 कि.ग्रा हो गई है. यह भारतीय चिकित्सा के अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) द्बारा सुझाई गई 12 किग्रा की सीमा से लगभग दोगुनी है. तेलयुक्त भोजन स्वास्थ्य समस्याओं को बढा रहे हैं. अत्याधिक तेल का सेवन मोटापा, हदय रोग, ैफैटी लीवर व डायबिटिज से जुडा है. वही प्रोटीन का प्रमुख स्त्रोत दाल की उपलब्धता 2020-21 में प्रति व्यक्ति सालाना 16.3 किलो था, जो 2023 में बढकर 17.2 किलो प्रति व्यक्ति सालाना हो गया था. देश में सबसे ज्यादा पाम आयल की खपत 37 % है. इसके बाद सोयाबीन 20% , सरसों 14% और सूरजमखी 13% का स्थान है. 2.60 करोड टन खाद्य तेल की खपत सॉल्वेट एक्स ट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया(सीईए) के हालिया आंकडों के अनुसार देश में सालाना लगभग 2.60 करोड टन खाद्य तेल की खपत होती है. उत्पादन केवल 1.10 करोड टन है. यानी खपत और उत्पादन में 60% का अंतर है.
* दूध खपत बढकर 471 ग्राम हुआ, 2001 में 217 ग्राम था
देश में 2000-1 में दूध का उत्पादन 8 करोड टन था और प्रति व्यक्ति उपलब्धता 217 ग्राम प्रति व्यक्ति था. वहीं 2023 – 24 में उत्पादन 23.93 करोड टन हो गया था और प्रति व्यक्ति उपलब्धता 471 ग्राम थी. यानी 20 साल में प्रति व्यक्ति दूध की खपत दोगुना हो गई है.

 

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