नई दिल्ली/दि.९ – कोरोना संक्रमण की पार्श्वभूमि पर मई महिने में होने वाली दसवीं-बारहवीं की परीक्षाएं रद्द की जाये, ऐसी मांग लगभग 1 लाख विद्यार्थियों द्बारा सरकार से की गई है. आगामी मई महिने में होने वाली परीक्षा रद्द की जाये, या फिर ऑनलाइन ली जाये, ऐसी मांग विद्यार्थियों द्बारा याचिका के मार्फत सरकार से की गई है. इतना ही नहीं पिछले 2 महिने से ट्वीट पर भी परीक्षा रद्द करने के संबंध मेें विद्यार्थियों द्बारा की गई है. किंतु सीबीएसई व सीआईएससीई के अधिकारियों ने स्पष्ट कहा है कि, परीक्षाएं निर्धारित समय पर ही होगी.
विद्यार्थियों ने ‘चेंज डॉट’ ओआरजी की याचिका में देश की कोरोना की स्थिति से अवगत करवाया है. देश में कोरोना की स्थिति खराब होती जा रही है. जिस समय देश में कम मरीज थे, उस वक्त बोर्ड की परीक्षाएं रद्द की गई थी. किंतु अब मरीज बढ रहे है, तब शालाएं खोलने की बात की जा रही है. वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखते हुए शिक्षामंत्री ने सभी परीक्षाएं रद्द कर देनी चाहिए. कारण की विद्यार्थी तनाव में है, ऐसा याचिका में कहा गया है.
विद्यार्थियों द्बारा बडे प्रमाण में परीक्षा रद्द करने की मांग की जा रही है. वहीं केंद्रीय माध्यमिक शिक्षण बोर्ड (सीबीएसई) और भारतीय शालेय प्रमाणपत्र परीक्षा परिषद (सीआईएससी) ने परीक्षा की संपूर्ण तैयारी कर ली है. विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त व्यवस्था भी कर ली है. परीक्षा की कालावधि में कोरोना संबंधित सभी दिशा-निर्देशों का पालन किया जाएगा. सामाजिक दूरी बनाये रखने के लिए परीक्षा केंद्र की संख्या भी 45 से 50 फीसदी बढा दी गई है, ऐसी जानकारी सीबीएसई के वरिष्ठ अधिकारी द्बारा दी गई है.