नई दिल्ली/दि.१३- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने रविवार को कहा कि अगले साल की शुरुआत तक कोविड-19 का टीका उपलब्ध हो सकता है और सरकार उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों के लिए इसकी आपात स्वीकृति पर विचार कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर टीके की सुरक्षा को लेकर कोई चिंता हुई तो वह पहली डोज खुद लेंगे.
स्वास्थ्य मंत्रालय के बयान के अनुसार हर्षवर्धन ने कहा कि टीके को जारी करने के लिए कोई तारीख तय नहीं हुई, लेकिन यह 2021 की पहली तिमाही तक तैयार हो सकता है और सबसे जरूरतमंदों को सबसे पहले उपलब्ध होगा, ना कि लोगों की भुगतान क्षमता के आधार पर इसे उन्हें दिया जाएगा।
मंत्री ने अपने सोशल मीडिया फॉलोअरों के साथ बातचीत में ये बयान दिया. उन्होंने इस दौरान न केवल कोविड-19 की स्थिति को लेकर, बल्कि इस पर सरकार के रुख के विषय में भी अनेक सवालों के जवाब दिये.
हर्षवर्धन ने कहा कि सरकार टीके के मनुष्य पर परीक्षण में पूरी सावधानियां बरत रही है और नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वी के पॉल की अध्यक्षता में कोविड-19 के लिए टीका प्रशासन पर राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह इस बारे में विस्तार से रणनीति तैयार कर रहा है कि अधिकतर आबादी को कोरोना वायरस से कैसे सुरक्षित किया जाए.
उन्होंने कहा, ”टीके की सुरक्षा, लागत, उत्पादन समयसीमा आदि विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई है. मंत्री ने कहा कि सरकार वरिष्ठ नागरिकों और उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों के लिए कोविड-19 के टीके को आपात स्वीकृति देने पर विचार कर रही है. बयान में उनके हवाले से कहा गया, ”आम-सहमति बनने के बाद यह किया जाएगा.