नई दिल्ली/दी ११- तमिलनाडु (Tamil Nadu) के इरोड में शनिवार को लिक्विड क्लोरीन (liquid chlorine) की एक फैक्ट्री में गैस लीक के बाद जहां एक व्यक्ति की मौत हो गई, वहीं 13 अन्य को अस्पताल में भर्ती कराया गया. पुलिस के मुताबिक इरोड जिले में चितोड के पास लिक्विड क्लोरीन की फैक्ट्री चलाने वाला धमोधरन (43) सिलेंडर से रिफिलिंग कर रहे लीकेज के कारण गिर गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई.पुलिस ने कहा कि फैक्ट्री में 20 से अधिक श्रमिकों ने गलती से धुएं में सांस ली और उनमें से 13 बेहोश हो गए. ये देख अन्य कर्मचारी बचाव के लिए गए और पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलने के बाद पुलिस ने दमकल एवं बचाव सेवा को सूचना दी. दमकलकर्मियों ने सिलेंडर से लीकेज को बंद कर दिया. पुलिस ने कहा कि दम घुटने वाले सभी श्रमिकों को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें खतरे से बाहर घोषित किया है.
पिछले महीने हैदराबाद के नानकरंगुडा इलाके में तीन मंजिला इमारत में रसोई गैस सिलेंडर फटने से 11 प्रवासी श्रमिक जख्मी हो गए थे. पुलिस ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि विस्फोट इमारत के ग्राउंड फ्लोर पर एलपीजी सिलेंडर में रिसाव के कारण हुआ. इस ग्राउंड फ्लोर को कुछ मजदूरों ने किराए पर लिया था. पुलिस ने बताया कि इस घटना में 11 व्यक्ति घायल हो गए. आसपास के निर्माण स्थलों और अन्य स्थानों पर काम करने वाले सभी प्रवासी मजदूर उत्तर प्रदेश, बिहार और अन्य राज्यों से हैं.उन्होंने कहा कि जख्मी व्यक्तियों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है और उनमें से दो की हालत गंभीर बनी हुई है, क्योंकि वे 50 प्रतिशत से अधिक झुलस गए हैं. पुलिस के अनुसार ऐसा प्रतीत होता है कि बीती रात खाना पकाने के बाद गैस चूल्हे को खुला छोड़ दिया गया था, जिसके बाद गैस लीक हुई. पुलिस ने बताया कि धमाका सुबह करीब 4.45 बजे हुआ, जब उनमें से एक ने वॉशरूम की लाइट जलाई. उन्होंने बताया कि विस्फोट के प्रभाव से इमारत की दूसरी मंजिल की एक दीवार ढह गई. पिछले महीने ही यूपी के मेरठ में एलपीजी गैस में रिसाव की वजह से खंडक क्षेत्र के एक घर में आग लग गई. इस घटना में दो बच्चियों की मौत हो गई.