कोरोना काल में FDI की आई बाढ़, सालाना आधार पर 19% की रही तेजी
जानिए किस देश से कितना पैसा आया
नई दिल्ली/दि. 28 – कोरोना काल में देश में बड़े पैमाने पर विदेशी निवेश किया गया. सरकार की तरफ से जारी डेटा के मुताबिक वित्त वर्ष 2020-21 में FDI में 19 फीसदी की तेजी दर्ज की गई और यह कुल आंकड़ा 59.64 अरब डॉलर रहा. सरकार की तरफ से निवेशकों को लुभाने के मकसद से पॉलिसी में कई बदलाव किए गए हैं. ईज ऑफ डूइंग बिजनेस पर सरकार का फोकस है, जिसका असर भी दिख रहा है. DPIIT की रिपोर्ट के मुताबिक कुल FDI और कमाई-कैपिटल को दोबारा निवेश करने के आंकड़े को जोड़ दिया जाए तो यह आंकड़ा 81.72 अरब डॉलर पर पहुंच जाता है. सालाना आधार पर इसमें 10 फीसदी की तेजी आई है. वित्त वर्ष 2019-20 में यह आंकड़ा 74.39 अरब डॉलर रहा था. सबसे ज्यादा एफडीआई सिंगापुर से आया है उसके बाद अमेरिका का नंबर आता है.
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सिंगापुर लगातार तीसरे साल टॉप पर
सिंगापुर लगातार तीसरे साल FDI के मामले में अव्वल रहा है. वहां से कुल 17.41 अरब डॉलर का निवेश आया है. उसके बाद अमेरिका से 13.82 अरब डॉलर का एफडीआई आया है. मॉरिशस से आने वाला एफडीआई 5.64 अरब डॉलर रहा. इसके बाद UAE से 4.2 अरब डॉलर, केयमन आइसलैंड से 2.79 अरब डॉलर, नीदरलैंड से 2.78 अरब डॉलर, यूके से 2.04 अरब डॉलर, जापान से 1.95 अरब डॉलर, जर्मनी से 667 मिलियन डॉलर और साइप्रस से 386 अरब डॉलर का निवेश आया है.
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कंप्यूटर सॉफ्टवेयर के लिए सबसे ज्यादा FDI
वित्त वर्ष 2020-21 में सबसे ज्यादा एफडीआई कंप्यूटर सॉफ्टवेयर के लिए और उसके बाद हार्डवेयर सेक्टर के लिए आया है. इन दो सेक्टर के लिए 26.14 अरब डॉलर का एफडीआई आया. इसके बाद कंस्ट्रक्शन सेक्टर के लिए 7.87 अरब डॉलर और सर्विस सेक्टर के लिए 5 अरब डॉलर का निवेश आया है.