नई दिल्ली/दि.२२- भारतीय नौसेना (Indian Navy) ने डॉर्नियर विमान (Dornier aircraft) पर मैरीटाइम (समुद्री) टोही (एमआर) मिशन के लिए तीन महिला पायलटों का अपना पहला बैच तैयार किया है. रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि लेफ्टिनेंट दिव्या शर्मा, लेफ्टिनेंट शुभांगी स्वरूप और लेफ्टिनेंट शिवांगी अब डॉर्नियर विमान पर सभी एमआर मिशन पर जाने के लिए तैयार हैं. उन्होंने आज यहां दक्षिणी नौसेना कमान (एसएनसी) द्वारा डॉर्नियर विमान पर परिचालन को अंजाम दिया.
प्रवक्ता ने कहा कि तीनों महिला पायलट 27 वीं डॉर्नियर ऑपरेशनल फ्लाइंग ट्रेनिंग (डीओएफटी) कोर्स के छह पायलटों में शामिल थीं, जिन्होंने गुरुवार को आईएनएस गरुड़ में आयोजित पासिंग आउट में पूरी तरह से ऑपरेशनल समुद्री टोही (एमआर) पायलट के रूप में स्नातक डिग्री को हासिल किया है.
एसएनसी के मुख्य कर्मचारी अधिकारी (प्रशिक्षण) रियर एडमिरल एंटनी जॉर्ज इस आयोजन के मुख्य अतिथि थे और उनके द्वारा पायलटों को पुरस्कार प्रदान किए गए जो अब सभी परिचालन मिशनों के लिए डॉर्नियर विमान उड़ाने के लिए पूरी तरह से योग्य हैं. बता दें कि लेफ्टिनेंट दिव्या शर्मा नई दिल्ली के मालवीय नगर से हैं, वहीं लेफ्टिनेंट शुभांगी स्वरूप उत्तर प्रदेश के तिलहर की रहने वाली हैं। लेफ्टिनेंट शिवांगी मुजफ्फरपुर, बिहार से हैं. इन्होंने आंशिक रूप से वायुसेना के साथ और डीओएफटी कोर्स से पहले आंशिक रूप से नौसेना के साथ उड़ान प्रशिक्षण लिया था. एमआर पायलटों के लिए उड़ान भरने वाली तीन महिला पायलटों में से लेफ्टिनेंट शिवांगी 2 दिसंबर, 2019 को नौसेना पायलट के रूप में अर्हता प्राप्त करने वाली पहली महिला थीं. 15 दिनों के बाद, दो अन्य – लेफ्टिनेंट दिव्या शर्मा और लेफ्टिनेंट शुभांगी स्वरूप भी पायलट बन गए. प्रवक्ता ने कहा, इसके बाद इनका एक बैच बनाया गया और 27वें डीओएफटी कोर्स में शामिल छह पायलटों में इन्हें शामिल किया गया था और यह चरण सबसे महत्वपू्र्ण था. नौसेना की एक विज्ञप्ति के अनुसार, लेफ्टिनेंट दिव्या शर्मा और लेफ्टिनेंट शिवम पांडे को क्रमश: फ्लाइंग और फ़र्स्ट इन ग्राउंड विषयों में प्रथम घोषित किया गया.