खाद्य पदार्थों की कीमतें घटी, थोक महंगाई 5 माह के निचले स्तर पर
जुलाई में थोक महंगाई दर रही 13.93%, जून में थी 15.18%
नई दिल्ली-./दि.17 महंगाई पर लगाम लगाने की सरकार और रिजर्व बैंक की कोशिशें कुछ सफल होती दिख रही हैं. खुदरा महंगाई के बाद अब थोक महंगाई भी घटी है.
मंगलवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार जुलाई में थोक महंगाई दर 13.93%रही, जो जून में 15.18% थी. वहीं इस साल मई में यह 15.88% की रिकॉर्ड ऊंचाई पर थी. पिछले तीन महीने से लगातार थोक महंगाई दर 15% से ऊपर रही. महंगाई कम होने का बड़ा कारण खाद्य सामग्री और मैन्युफैक्चरिंग उत्पादों की कीमतों में कमी है. खाद्य महंगाई जुलाई में 10.77% दर्ज हुई जो इससे पहले यानि जून में 14.39% थी. हालांकि ईंधन और ऊर्जा की महंगाई दर जून के 40.38% से बढ़कर जुलाई में 43.75% रही. मैन्युफैक्चर उत्पादों में महंगाई 8.16% और तिलहनों में 4.06% रही.
खुदरा महंगाई से भी मिली राहत
जुलाई में खुदरा महंगाई पांच महीने के निचले स्तर (6.71%) पर आ गई. हालांकि यह अभी भी रिजर्व बैंक की ऊपरी सीमा 6% से ज्याजा है. खुदरा महंगाई 7 वें महीने रिजर्व बैंक के तय लक्ष्य की सीमा से ऊपर है. इससे पहले जून में खुदरा महंगाई 7.01% रही जो मई में 7.04% थी. अप्रैल में खुदरा महंगाई दर 7.79% थी.
अमूल और मदर डेयरी ने दूध के दाम बढ़ाए
अमूल और मदर डेयरी ने दूख की कीमतें 2-2 रुपए प्रति लिटर बढ़ा दी है. नई कीमतें बुधवार से लागू हो गई है. गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन ने बताया कि अमूल के सभी दूध 4% महंगे हुए हैं. इसके कुछ देर बाद ही मदर डेयरी ने भी कीमतों में 2 रुपए लीटर की बढ़ोतरी कर दी. फेडरेशन ने बताया कि महंगे चारे और किसानों के भुगतान के मुकाबले प्रति लीटर 2 रुपे की बढ़ोत्तरी कम है. दोनों कंपनियों ने ओइस साल दूसरी बार दाम बढ़ाए हैं.