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असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई का 86 साल की उम्र में निधन

नई दिल्ली/दि.२३ – असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई का 86 वर्ष के उम्र में निधन हो गया. वह अस्पताल में भर्ती थे. उन्होंने गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में सोमवार शाम अंतिम सांस ली. बता दें कि उनकी स्थिति पहले से ही नाजुक चल रही थी. यही वजह है कि राज्य के सीएम अपना डिब्रूगढ़ दौरा बीच में ही छोड़ गुवाहाटी वापस लौट आए थे.
राज्य के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल अपना कार्यक्रम रद्द कर डिब्रूगढ़ से गुवाहाटी लौट रहे हैं. उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा है कि तरुण गोगोई मेरे पिता समान हैं. मैं उनके स्वास्थ्य में सुधार के लिए प्रार्थना करता हूं. उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘बीच में सारे कार्यक्रम रद्द कर डिब्रूगढ़ से गुवाहाटी जा रहा हूं ताकि तरुण गोगोई और उनके परिवार के साथ रह सकूं क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री की तबीयत बिगड़ गई है.’
तरुण गोगोई साल 2001 से 2016 तक असम के मुख्यमंत्री थे.
हालांकि रविवार को खबर आई थी कि 86 साल के तरुण गोगोई की तबीयत में मामूली सुधार हुआ है. गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (GMH) के अधीक्षक अभिजीत सरमा ने कहा था कि वह फिलहाल, हाल्फ कॉन्शियस हैं. कोविड-19 के कारण अनुभवी कांग्रेस नेता को 2 नवंबर को GMC में भर्ती कराया गया था. सरमा ने संवाददाताओं को बताया था कि डॉक्टरों ने सभी टेस्ट दोबारा किए हैं, जिससे उनकी स्थिति में शनिवार की तुलना में सुधार दिखा है.
उन्होंने आगे कहा, हमने शनिवार रात कहा था कि उनके लिए 48 घंटे बहुत महत्वपूर्ण हैं. चौबीस घंटे बीत चुके हैं और उनकी स्वास्थ्य स्थिति में कोई गिरावट नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि गोगोई का प्लस रेट और रक्तचाप की जांच चल रही है, और उनका ऑक्सीजन स्तर 95-97 प्रतिशत है.
उन्होंने कहा कि फिलहाल एकमात्र चिंता है उनके गुर्दों की स्थिति की. जो 24 घंटे में 100-120 मिलीलीटर है. उन्होंने कहा था कि डॉक्टर जल्द ही अगले कदम के बारे में फैसला करेंगे जो उनके गुर्दे के कामकाज में सुधार के लिए होगा. जीएमसीएच के अधीक्षक ने कहा था कि तरुण गोगोई ने रविवार सुबह अपनी आंखें खोलीं और चारों ओर देखा.
इसे हम मोटो मूवमेंट कहते हैं. यह एक अच्छा संकेत है. उन्होंने आगे कहा था कि हम एम्स के डॉक्टरों से लगातार संपर्क में हैं. वे इलाज प्रोटोकॉल से संतुष्ट हैं और हम इसे जारी रखेंगे. यह पूछे जाने पर कि क्या डॉक्टर उनके यूरिन उत्पादन से निपटने के लिए डायलिसिस का प्रयास करेंगे, सरमा ने कहा था कि यह अंतिम विकल्प होगा.

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