नई दिल्ली/दि.३० – यशवर्धन सिन्हा पूर्व आईएफएस अफसर नए चीफ इन्फॉर्मेशन कमिश्नर बनने वाले हैं. बता दें कि कांग्रेस पार्टी ने सर्च कमेटी द्वारा CIC और सूचना आयुक्तों के पदों के लिए शॉर्टलिस्ट किए गए नामों को लेकर सरकार को एक असहमति नोट सौंपा था. लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने चयन प्रक्रिया के दौरान पारदर्शिता की कमी का आरोप लगाया था. सूत्रों ने बताया कि 1981 बैच के सेवानिवृत्त IFS अधिकारी यशवर्धन सिन्हा देश के अगले CIC बनने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. केंद्र सरकार की ओर से जल्द ही केंद्रीय सूचना आयोग में अन्य रिक्त पदों को भरने की संभावना है.
बता दें कि यशवर्धन सिन्हा पहले भी सूचना आयुक्त रह चुके हैं. यशवर्धन सिन्हा 1981 बैच के भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी थे. वो ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त भी रह चुके हैं.
एजुकेशन की बात करें तो यशवर्धन सिन्हा ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से एमए हिस्ट्री से पढ़ाई की है. इसके अलावा अमेरिका की एक यूनिवर्सिटी से अरेबिक में एडवांस डिप्लोमा किया है. प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री और लोकसभा में विपक्ष के नेता सहित उच्च-स्तरीय चयन समिति की बैठक पिछले सप्ताह नियुक्तियों पर मुहर लगाने के लिए हुई. मिली जानकारी के अनुसार विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने CIC और IC के लिए नामों की शॉर्टलिस्टिंग में एक असहमतिपूर्ण नोट दिया था. उच्चस्तरीय समिति की बैठक के दौरान अधीर रंजन ने आरोप लगाया था कि खोज समिति पारदर्शी नहीं थी क्योंकि उसमें सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का उल्लंघन किया गया था.