नई दिल्ली/दि. 21 – भारत में कोरोना वायरस के कहर से फ्रांस घबरा गया है. इसके चलते भारतीय यात्रियों के लिए नियमों को सख्त कर दिया है. फ्रांस ने भारत से आने वाले सभी यात्रियों के लिए 10 दिन का क्वारंटीन अनिवार्य कर दिया है. फ्रांसीसी सरकार के प्रवक्ता गैबरियल अटल ने बुधवार को कहा कि भारत में कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह फैसला लिया गया है.
कुछ ही दिन पहले पेरिस ने ब्राजील से आने वाली सभी फ्लाइट्स पर रोक लगाने की घोषणा कर दी. इसके अलावा अर्जेंटीना, चिली और दक्षिण अफ्रीका के यात्रियों के लिए भी क्वारंटीन जरूरी कर दिया है. महामारी को लेकर मंत्रिमंडल की बैठक के बाद गैबरियल अटल ने कहा, ‘जिन देशों में हालात बिगड़ते जा रहे हैं, उन्हें लेकर हमने खासतौर से अपने नियमों को सख्त किया है. भारत को भी इस सूची में शामिल किया जाएगा.’ यात्रा प्रतिबंध को लेकर जल्द ही घोषणा की जाएगी.
भारत में इस समय कोरोना की दूसरी लहर चल रही है और कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है. बुधवार को अकेले देशभर में 2.95 लाख केस सामने आए और 2000 से ज्यादा संक्रमितों की मौत हो गई. माना जा रहा है कि कोरोना के नए वायरस की वजह से यह तबाही मची है. ब्रिटेन ने भी भारत पर सख्त प्रतिबंध लगाते हुए उसे ‘रेड लिस्ट’ में डाल दिया है. इसके अलावा न्यूजीलैंड ने भी भारत से आने वाली फ्लाइट्स पर रोक लगा दी है. अमेरिका ने भी अपने नागरिकों को भारत न आने की सलाह दी है. भले ही उन्होंने वैक्सीन ही क्यों न लगवा ली हो.
भारत में मिले डबल म्यूटेंट कोरोना वायरस से ब्रिटेन समेत कई देशों में घबराहट है. ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री मैट हैनकॉक ने कहा कि भारत से सिर्फ ब्रिटिश और आयरिश नागरिक ही यहां आ सकते हैं. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अगर रेड लिस्ट वाले देश से कोई यात्री आता है, तो उन्हें सरकार द्वारा स्वीकृत क्वारंटीन होटल में रहना होगा और इसके लिए पैसा भी चुकाना होगा. इसके अलावा ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने एक बार फिर से अपना भारत दौरा रद्द कर दिया है. भारत और ब्रिटेन ने संयुक्त बयान जारी कर कहा, ‘कोरोना वायरस की मौजूदा स्थिति को देखते हुए ब्रिटिश पीएम अगले हफ्ते भारत नहीं आ सकेंगे.