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९ अगस्त से कैट देश भर में शुरु करेगा चीन भारत छोडो अभियान

हिं.स./दि.७

नई दिल्ली – चीनी वस्तुओं के बहिष्कार के अपने राष्ट्रीय अभियान ‘‘भारतीय सामान-हमारा अभिमान‘‘ के अंतर्गत कन्फेडरेशन ऑफ ऑफ इंडिया ट्रेडर्ज (कैट) के बैनर तले भारत छोडो आंदोलन के दिन आगामी ९ अगस्त को देश भर के व्यापारी संगठन चीन के खिलाफ एक नए आंदोलन का बिगुल बजाते हुए ‘‘चीन भारत छोडो‘‘ का नारा देंगे और सभी राज्यों के लगभग ६०० शहरों में सामाजिक दूरी एवं सुरक्षा के सभी नियम का पालन करते हुए सार्वजनिक प्रदर्शन करेंगे. कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी सी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि जिस तरह से चीन ने एक लंबी योजना के तहत गत २० वर्षों में भारत के रिटेल बाजार पर चीनी उत्पादों के द्बारा कब्जा कर लिया है उसको देखते हुए तथा बदली परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए चीनी उत्पादों से देश के रिटेल बाजार को आजाद कर आत्मनिर्भर भारतीय बाजार बनान बहुत जरुरी है और इस वजह से चीन पर अपनी निर्भरता को कम करने के लिए नेट ने चीन भारत छोडो की आवाज बुलंद करने का आवाहन किया है. उन्होंने कहा कि, हाल ही में रक्षाबंधन के त्यौहार की हिंदूस्तानी राखी के रुप में मनाने के कैट के अभियान को देश के लोगों ने समर्थन दिया और चीनी राखी का पूर्ण रुप से बहिष्कार किया जिससे चीन को इस बार राखी व्यापार से ४ हजार करोड रुपए में व्यापार की चपत लगाई है. उससे यह स्पष्ट है कि यदि देश के लोग संकल्प लेकर चीनी सामान का बहिष्कार करें तो भारत का व्यापार बहुत जल्द चीन से आजादी पा सकता है और कैट के नेतृत्व में देश के ७ करोड व्यापारियों ने यह संकल्प मजबूती से लिया हुआ है. भरतिया एवं खंडेलवाल ने आज यह घोषणा की कि देश में मनाए जाने वाले आगामी सभी त्यौहार भारतीय सामान जा उपयोग कर ही मनाए जाएगें और चीन ने किसी में किसी भी सामान का कोई उपयोग नहीं होगा. उन्होंने बताया कि, आगामी त्यौहारों में जन्माष्टमी, गणेश चतुर्थी, नवरात्रि, दशहरा, धनतेरस, दिवाली, भैया दूज, छठ पूजा और तुलसी विवाह शामिल है. ये सभी त्यौहार पूर्ण रुप से भारतीय त्यौहारों में रुप में मनाए जाएंगे और खास तौर पर इस वर्ष की दिवाली देश भर में हिंदूस्तानी दिवाली के रुप में मनाई जाएगी. कैट ने इसके लिए व्यापक तैय्यारियां भी शुरु कर दी है. भरतिया एवं खंडेलवाल ने बताया कि, कैट चीन भारत छोडो अभियान के अंतर्गत सरकार से मांग की जाएगी कि भारत में ५ जी नेटवर्क लागू करने में चीनी कंपनी हुवावे को तुरंत प्रतिबंधित किया जाए. जिन चीनी कंपनियों ने देश के स्टार्टअप इकाइयों में निवेश किया है, ऐसे चीनी निवेश को वापिस किया जाए और ऐसे स्टार्टअप को उसके बदले में आवश्यक वित्तीय सहायता मुहैया कराई जाए. जहां सरकार ने ५९ चीनी एप को भारत में प्रतिबंधित किया है उसी के अनुसार बाकी बचे चीनी एप को भी सरकार तुरंत प्रतिबंधित करे. उन्होंने केंद्र सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि सरकार ने इस मुद्दे की गंभीरता समझते हुए ऐसे सभी आवश्यक कदम उठाएं है, जिनसे सरकार की विभिन्न परियोजनाओं में चीनी कंपनियों की भागीदारी को खारिज किया है. उसी तर्ज पर सीमा से सटे क्षेत्रों, सुरक्षा से संबंधित क्षेत्रों, हाइवे तथा अन्य परियोजनाओं के निर्माण में ऐसी सभी चीनी मशीनों को प्रतिबंधित किया जाए. जिसमें आईओटी डिवाइस लगी हैं. क्योंकि यह डिवाईस चीन स्थित कंपनियों को यह सूचित कर सकती है कि उक्त मशीनों के द्बारा क्या काम चल रहा है, कितनी गहराई तक काम हो रहा है, जैसी महत्वपूर्ण सूचनाएं जिनका दुरुपयोग हो सकता है. देश की सुरक्षा के लिए उपरोक्त सभी कदम उठाने आवश्यक हैं. कैट ने कहा कि, चीन भारत छोडो अभियान की मार्फत पूरे देश में व्यापारियों और अन्य लोगों को जागरुक करने का अभियान देश भर में ९ अगस्त से शुरु हो जाएगा.

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