कोरोना काल में शादी करना पड़ा महंगा
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परिवार के चार लोगों की मौत
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कंधा देने के लिए भी नहीं रहा कोई
नई दिल्ली/दि.११ – बिहार में कोरोना संक्रमण के जारी कहर के दौरान कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन कर विवाह समारोह आयोजित करना लोगों पर भारी पड़ने लगा है. इस महामारी के बीच लोगों ने शादियां की. भीड़ जमा हुआ और लोग संक्रमित हुए, जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है. कई शादियां ऐसी हुई कि शादी के कुछ दिन ही बाद दूल्हा दुल्हन को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती होना पड़ा और कई की जान चली गई.
प्राप्त जानकारी के अनुसार दरभंगा शहर के मिर्जापुर मोहल्ला में 16 अप्रैल को आयोजित विवाह समारोह में भाग लेने वालों में से अबतक चार लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत हो चुकी है. कई लोग इलाजरत बताये गये हैं. बता दें कि कोरोना के चेन को तोडने के लिए सरकार ने बिहार में 15 मई तक लॉकडाउन लगाया है. इस दौरान लोगों से घर में रहने और लॉकडाउन का पालन करने की अपील की जा रही है.
लोगों से फिलहाल शादी समारोह का आयोजन नहीं करने की अपील सरकार भी कर रही है. बावजूद इसके लोग कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे हैं. इसी कडी मेम दरभंगा के विपिन बिहारी चौधरी की बेटी की शादी में शामिल हुए संपूर्णानंद चौधरी की शनिवार को एक निजी अस्पताल में कोरोना से मौत हो गई. एक-एक कर चार संबधियों की मौत से वे काफी सदमें में हैं.
संपूर्णानंद चौधरी के दाह संस्कार में विपिन बिहारी चौधरी भी गये हुए थे. उन्होंने बताया कि कोरोना काल में बिटिया की शादी करना हमारे परिवार के लिए काल साबित हुआ. अब तक परिवार के चार लोगों की जान कोरोना ने ले ली है. शादी चहुटा निवासी विपिन विहारी चौधरी की पुत्री की हुई थी. एक-एक कर चार संबंधियों की मौत से विपिन बूरी तरह से टूट चुके हैं.
उन्होंने बताया कि शादी के चौथे दिन पटना में भतीजा की मौत हो गई. 10 दिन बाद रविशंकर चौधरी (बिहार प्रशासनिक सेवा) चल बसे. चार दिन पहले रविशंकर चौधरी के बलभद्रपुर निवासी चाचा की मौत हो गई. आज पंचोभ निवासी ससुर का देहांत हो गया. विपिन चौधरी ने इस दौरान एम्बुलेंस चालकों की मनमानी की भी बातें कही.
उन्होंने कहा कि एम्बुलेंस चालक ने श्मशान घाट तक जाने का किराया 3000 रुपये बताया, लेकिन वहां पहुंचने के बाद उनसे 9500 रुपया वसूला गया। हद तो यह हुआ कि उन्हें संक्रमित लाश के साथ एम्बुलेंस में बिठा दिया गया. विपिन चौधरी ने लोगों से अपील की है कि वे फिलहाल कोरोना काल में होने वाली शादी को टाल दें.
वहीं भागलपुर की बात करें तो बीते नौ दिनों में करीब 90 से 100 शादियों का आयोजन हुआ. ये शादी न केवल घर में, बल्कि मैरेज हॉल में भी हुई. जिसके बाद कई सारे कोरोना के मामले सामने आये. यही नहीं एक दूल्हा और दुल्हन शादी के सात दिन बाद कोरोना पॉजिटिव पाए गए। उनकी हालत इतनी ख़राब हो गई कि हॉस्पिटल में भर्ती करना पडा. कई लोगों की जान जा चुकी है.
यही नहीं मुंगेर में एक शादी समारोह के 6 दिनों बाद दूल्हा-दुल्हन समेत 13 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए. जबकि रविवार को घटित घटना में शादी के महज कुछ घंटे बाद ही दुल्सन की मौत हो गई. इसके बाद दुल्हे को अपनी पत्नी को घर ले जाने के बदले श्मशान घाट पर ले जाना पडा और मुखाग्नि देनी पडी. कई ऐसी भी घटनायें सामने आई हैं कि शादी के कुछ ही दिनों बाद दुल्हे की मौत हो गई.